पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के तहत मलाही पकड़ी मेट्रो स्टेशन के डिजाइन को फाइनल रूप दे दिया गया है। यह स्टेशन कंकड़बाग क्षेत्र की बड़ी आबादी को नई संपर्कता प्रदान करेगा और 6.5 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर के जून 2005 तक शुरू हो जाने के बाद ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी। बता दें कि प्राथमिकता वाले कॉरिडोर पर तमाम मेट्रो लाइनें एलिवेटेड हैं और मलाही पकड़ी भूतनाथ रोड, खेमनीचक, पाटलिपुत्र बस टर्मिनल और जीरो माइल को कवर करेंगी।
विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के मुताबिक, मलाही पकड़ी एलिवेटेड स्टेशन में मेट्रो लाइन के दोनों तरफ आठ एस्केलेटर और चार लिफ्ट, टिकट काउंटर एवं सीढ़ियां के साथ ही दो एंट्री और एग्जिट संरचनाएं होंगी। गुरुवार को पटना मेट्रो प्रोजेक्ट की कार्यकारी एजेंसी, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों ने बताया कि एशिया की सबसे बड़ी कॉलोनियों में से एक मलाही पकड़ी मेट्रो स्टेशन है और आबादी के लिहाज से दूसरे सबसे बड़े कंकड़बाग से शहर के बाकी हिस्सों में निर्बाध रूप से कनेक्टिविटी मिलेगी।
पटना मेट्रो रेल परियोजना के अधिकारियों की मानें तो मेट्रो स्टेशन क्षेत्र को राजधानी के बाकी हिस्सों से एक सहज ढंग से जोड़ेगा। बिहार वासियों के लिए मेट्रो रेल परियोजना रोजगार के बड़े अफसर भी उपलब्ध कराएगी। मेट्रो स्टेशन को एलिवेटेड स्टेशन के रूप में बनाने का प्रस्ताव सामने आया है, स्टेशन का प्लेटफार्म जमीन से तकरीबन 11 मीटर ऊपर है। स्टेशनों का बाहरी हिस्सा बिहार की संस्कृति के साथ एक अनोखे अंदाज में रहेगा। इसे शुरू करने का निर्धारित लक्ष्य जून 2025 है।
अधिकारियों के अनुसार इलाके के चारों तरफ जगह की कमी के वजह से संरचनाओं का उद्घाटन इंजीनियरिंग चुनौतियों में से एक होगा। मगर आखिर में इलाके वासियों को एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन काफी राहत देगा। प्रायोरिटी कॉरिडोर में गार्डर पर संरचनाओं के सपोर्ट के लिए 306 पाया होंगे। इनमें से 43 पिलर का काम पूरा हो गया है जबकि कुछ का काम अधूरा है। पटना जंक्शन और राजेंद्र नगर तक कॉरिडोर II के अंडरग्राउंड नेटवर्क का बुनियादी काम शुरू हो गया है। मालूम हो कि मेट्रो परियोजना की टोटल लागत 13,925.5 करोड़ रुपए है।