पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट ने रफ्तार पकड़ ली है और युद्ध स्तर पर निर्माण कार्य जारी है। मलाही पकड़ी से बैरिया स्थित आईएसबीटी बस स्टैंड तक निर्माण चल रहा है। केंद्रीय भूमि को मेट्रो को स्थानांतरित करने के लिए बैठकों का दौर जारी है। मिली जानकारी के मुताबिक अब पटना मेट्रो रेल परियोजना के तहत पटना यूनिवर्सिटी के साइंस कॉलेज कैंपस में मेट्रो स्टेशन का निर्माण होगा। यह स्टेशन अंडर ग्राउंड होगा। बता दें कि कुल छह अंडर ग्राउंड स्टेशन बनाए जाने हैं।
बताते चलें कि पटना में अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए रूट भी तय कर लिया गया है। जिन छह स्टेशन को अंडरग्राउंड बनाया जाएगा उसमें राजेंद्र नगर, मोइनुलहक स्टेडियम, पटना विश्वविद्यालय, पीएमसीएच, गांधी मैदान और आकाशवाणी शामिल है। पटना मेट्रो परियोजना शहर के बीचों-बीच होकर गुजर रही है। 42 महीने यानी साढ़े तीन साल के अंदर परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। निर्धारित समय पर काम पूरा हो इसके लिए पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा निर्माण कार्य में जुटी एजेंसी को फंड जारी किया जाएगा।
मिली जानकारी के मुताबिक, निर्माण की जिम्मेदारी एलएंडटी कंस्ट्रक्शन के हैवी सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस को सौंपा गया है। पहले फेज के तहत अंडर ग्राउंड मेट्रो स्टेशन निर्माण के लिए एलएंडटी ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड से अनुमति मांगा है। एलएंडटी छह किलोमीटर की टीबीएम शील्ड से जोड़वा सुरंग बनाएगी। जहां से मेट्रो अप और डाउन होंगे। इसके साथ ही पटना एमआरटीएस के पहले फेज के कॉरिडोर दो के पटना स्टेशन के लिए नए आईएसबीटी पर आर्किटेक्चरन फिनिशिंग, वाटर सप्लाई, सेनेटरी मशीन इंस्टॉलेशन, ड्रेनेज वर्कस जैसे कार्य को किया जाना है।
उम्मीद है कि इसी महीने से दूसरे फेज में पटना मेट्रो का दानापुर रुट में निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा। वर्तमान में दानापुर से रुकनपुरा तक एलिवेटेड मेट्रो के लिए यूटिलिटी शिफ्टिंग का कार्य जारी है। यह काम पूरा होते ही पिलरों का निर्माण शुरू हो जाएगा। वर्तमान में आईएसबीटी से मलाही पकड़ी तक एलिवेटेड मेट्रो का निर्माण कार्य जारी है। बीते एक वर्ष से निर्माण हो रहा है। इस रुट में 6.60 किलोमीटर में 250 पिलर बनाए जाने हैं