पटना वासियों को एक और म्यूजियम की सौगात मिलने वाली है। कला-संस्कृति एवं युवा विभाग के द्वारा बांकीपुर के मॉरिसन भवन कैंपस में राजधानी का नया म्यूजियम बनेगा। एफ ए मॉरिसन की याद में इस म्यूजियम को बनाया जाएगा। म्यूजियम बनाने के लिए विभाग ने सरकार को प्रस्ताव दिया है। प्रस्ताव पर मुहर लग चुकी है, जल्द ही भवन निर्माण विभाग के द्वारा काम शुरू होगा।
बता दें कि मॉरिसन भवन के म्यूजियम और संरक्षण निर्माण के लिए लगभग 1.40 करोड़ का बजट आंका गया है। इस परियोजना के लिए 12 से 18 माह का वक्त लगेगा। इस बिल्डिंग काे बिहार प्राचीन स्मारक और पुरातत्व स्थल, अवशेष तथा कलानिधि ने सुरक्षित घोषित किया है। लंबे वक्त से इसके संरक्षण को लेकर काम जारी था, जो आगामी दिनों में शुरू होगा।
एफ ए मॉरिसन ऑस्ट्रेलिया से भारत आईं विदेशी महिला थीं जिन्होंने राजधानी पटना की शिक्षा व्यवस्था में खासा योगदान दिया। उन्होंने यहां के निर्धन बच्चों को शिक्षित करना शुरू किया था। वह बच्चों को इंग्लिश एवं अन्य विषय पढ़ाती थीं, उनके पढ़ाए गए अधिकांशतः बच्चे आईएएस व आईपीएस अधिकारी रहे। उन्होंने अपना पूरा जीवन एजूकेशन को बढ़ावा देने में लगा दिया। म्यूजियम में एफ ए मॉरिसन के जीवन से जुड़ी तमाम चीजें देखने को मिलेंगी।
उन्होंने कई तरह के सामाजिक कार्य किए थे, जिसकी झलक संग्रहालय में होंगी। फिलहाल बिल्डिंग में उनके द्वारा उपयोग की गई कई चीजें हैं। इन्हें ही छात्रों एवं युवाओं को दिखाया जाएगा जिससे वह मॉरिसन के इतिहास को अच्छे ढंग से जान पाए। वह इस तरह अपना जीवन व्यतीत करती थी, किस तरह के समाज के लिए काम किए। यह देखकर लोग प्रेरित होंगे। बिल्डिंग में फिलहाल उनकी कपड़े, किताबें, डायरी, सोफा, बेंच, बिस्तर और अन्य चीजें रखी हुई हैं।
अरविंद तिवारी ने बताया कि विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव दिया है। इसका डिजाइन भवन निर्माण विभाग बनाया है। शीघ्र ही टेंडर शुरू होगा। बिल्डिंग निर्माण में विशेष तरह के चूने का प्रयोग किया जाएगा, जिससे गोलघर बना है। निविदा की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बिल्डिंग के साथ ही म्यूजियम का काम होगा, जिसके तहत तक शेड, सड़क और बेंच लगवाए जाएंगे।