पटना में सड़क परियोजना हो या फिर मेट्रो परियोजना दिन-प्रतिदिन तेजी से काम चल रहा है। एलिवेटेड रुट के बाद अब राजधानी में अंडरग्राउंड जानी जमीन के अंदर मेट्रो का कार्य भी रफ्तार पकड़ लिया है। अंडरग्राउंड मेट्रो रूट पर सबसे पहले उन स्थानों को चिन्हित कर घेराबंदी किया जा रहा है, जहां पर मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाना है।
इसमें आकाशवाणी, विश्वविद्यालय, मोइनुलहक स्टेडियम और गांधी मैदान का एरिया शामिल है। इन जगहों पर अंडर ग्राउंड मेट्रो स्टेशन बनाया जाना है। इसके लिए मिट्टी जांच भी हो चुकी है। खुदाई का काम भी अब शुरू हो गया है। तकनीकी काम पूरा होते ही स्टेशन का निर्माण भी शुरू हो जाएगा।
सूत्रों की मानें, तो पहले भूमिगत मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाएगा, इसके बाद रूट के लिए टनल का निर्माण होना है। कारिडोर-एक के एलिवेटेड रूट परिमाण होने वाले स्टेशनों के निर्माण पर लगभग 528 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी वही अंडर ग्राउंड रूट स्टेशनों के निर्माण पर लगभग 2000 हजार करोड़ राशि खर्च की योजना है।
पटना मेट्रो के कारिडोर-एक एवं कोरिडोर-दो मिलाकर टोटल 24 स्टेशन का निर्माण होना है। इसमें भूमिगत एक दर्जन स्टेशन होंगे। इसमें कोरिडोर-वन यानी दानापुर से खेमनीचक के मध्य रूकनपुरा, चिड़ियाघर, विकास भवन, राजा बाजार, पटना जंक्शन और विद्युत भवन पर भूमिगत स्टेशन बनेगा। इसके साथ ही कोरिडोर-टू यानी पटना स्टेशन से न्यू आइएसबीटी के मध्य आकाशवाणी, पीएमसीएच, गांधी मैदान, मोइनुलहक स्टेडियम, राजेंद्रनगर, और विश्वविद्यालय भूमिगत स्टेशन हैं। जबकि पटना जंक्शन इंटरचेंज स्टेशन है।
राजधानी के मलाही पकड़ी से न्यू आइएसबीटी पार्क निर्माण होने वाले एलिवेटेड रूट के बाद अब दानापुर से पाटलिपुत्र स्टेशन तक बनने वाले रूट पर भी निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इस मार्ग के 14 स्टेशनों में पहले चार स्टेशन दानापुर से पाटलिपुत्र तक और अंतिम चार स्टेशन मीठापुर से खेमनीचक तक एलिवेटेड रहेंगे। बता दें कि जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन यानी जायका से कर्ज लेने के बाद ही इस परियोजना के अंडररुट पर काम शुरू होगा।