पटना में बढ़ रही आबादी के साथ शहर में गाड़ियां भी बढ़ती जा रही हैं। जिस वजह से शहर में ज़्यादातर लोगों को पार्किंग की समस्या से जूझना पड़ रहा है। बिहार की राजधानी में पटना में बहुत कम ही जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था है। यही वजह है कि गाड़ी सहीं जगह पार्क नहीं करने से ट्रैफिक जाम की समस्या बनी रहती है। इसी कड़ी में नीतीश सरकार ने राजधानी वासियों को पार्किंग की समस्या से निजात दिलाने के लिए प्लान तैयार किया है। बिहार सरकार पटना में 38 जगहों पर स्मार्ट पार्किंग बनाने का फैसला लिया है।
पटना में निर्माणाधीन स्मार्ट पार्किंग में सीसीटीवी, मोबाइल चार्जिंग, ऑनलाइन बुकिंग और टॉयलेट जैसी तमाम सुविधाएं बहाल रहेंगी। अभी पटना में कई जगहों पर पार्किंग शुल्क नहीं देना पड़ता है। लेकिन स्मार्ट पार्किंग हो जाने के बाद पहले की तुलना में पार्किंग टिकट का चार्ज भी ज्यादा हो जाएगा। फिलहाल चारपहिया वाहनों को पार्क करने का शुल्क 25 से 30 रुपए है।
वहीं स्मार्ट पार्किंग में इसके लिए 40 से 50 रुपए देने पड़ सकते हैं। जबकि मोटरसाइकिल पार्क करने के लिए 5 से 10 रुपए के बजाय स्मार्ट पार्किंग में 20 से 25 रुपए देने हो सकते हैं। पार्किंग शुल्क फिलहाल तो निर्धारित नहीं किया गया है, लेकिन इस संबंध में रायशुमारी जारी है।
पटना के जिन 38 जगहों पर स्मार्ट पार्क बनना है, उनमें बीएन कॉलेज, अशोक राजपथ, सहदेव महतो मार्ग, श्रीकृष्णापुरी पार्क के नज़दीक, पुल निर्माण निगम कार्यालय के पास, विद्युत भवन के सामने, डाकबंगला चौराहा (मारुति शोरूम के नज़दीक), पेसू और पीएचईडी दफ्तर के नज़दीक, ईको पार्क (2 और 3 नंबर गेट के सामने), पटना वीमेंस कॉलेज से लेकर माउंट कार्मेल स्कूल तक, व्यवहार न्यायालय (हनुमान मंदिर के सामने), काली मंदिर के पास, महावीर मंदिर के सामने, महाराजा कामेश्वर कॉम्प्लेक्स के सामने, मौर्यालोक कॉम्प्लेक्स, हड़ताली मोड़ से बोरिंग रोड चौराहा, ट्रांसपोर्ट नगर (ट्रक स्टैंड), बैंक ऑफ बड़ौदा के पास, मुन्ना चौक से कुम्हरार टोली तक, सेंट्रल स्कूल से राजेंद्रनगर ओवरब्रिज तक, कदमकुआं मार्केट सहित 38 जगहों को चिन्हित किया गया है।