खबर के मुताबिक पटना के दीघा से दीदारगंज तक निर्माणाधीन गंगा पाथ-वे का विस्तार बख्तियारपुर तक किया जाएगा। इस दिशा में शीघ्र ही पथ निर्माण विभाग कार्रवाई शुरू करेगा। सोमवार को विधानसभा कक्ष में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया को इसकी जानकारी दी। सीएम ने कहा कि दीदारगंज तक काम पूर्ण होते ही आगे का विस्तार का काम शुरू हो जाएगा। इससे पटना से बख्तियारपुर मोकामा तक आने-जाने वाले लोगों के पास दूसरे विकल्प भी मौजूद रहेंगे।
अनौपचारिक तौर पर मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने बताया कि बख्तियारपुर की निजी जनसंवाद यात्रा के बारे में बताएं। उन्होंने कहा कि अथाह प्यार मिल रहा है। बच्चे, युवा हो या बूढ़े हर खूब प्यार दे रहे हैं। क्षेत्र में निर्माणाधीन सड़कों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी नया नेशनल हाईवे के साथ ही पुराना एनएच है, उसे भी विकसित करना है। गंगा के तट पर निर्माणाधीन गंगा पाथ-वे को दीदारगंज से आगे बख्तियारपुर तक विस्तार किया जाएगा जिससे घूमने वाले पर्यटकों को सुलभता होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समय-समय पर सड़क परियोजनाओं का निरीक्षण करते रहते हैं और निर्माणाधीन स्थल पर जाकर जानकारी लेते रहते हैं। बता दें कि मुंबई के मरीन ड्राइव के तर्ज पर राजधानी के गंगा नदी के किनारे दीघा से दीदारगंज तक साल 2013 में सड़क बनाने की शुरुआत हुई थी। तीन चरणों में परियोजना पर काम जारी है। इसका दो हिस्सा इस साल पूरा हो जाएगा। द्वितीय फेज का काम 24 सितंबर 2020 को शुरू हुआ।
इस वर्ष पहले और तीसरे चरण का काम पूरा हो जाएगा। अगले वर्ष तक पूरी परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बता दें कि परियोजना को पूर्ण करने के लिए हुडको से दो हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया गया है। दीघा से दीदारगंज तक की टोटल दूरी 20.50 किलोमीटर है। जबकि पीएमसीएच से जोड़ने हेतु 1.12 किलोमीटर निर्माण अलग से जारी है। इस परियोजना पर टोटल 3390 करोड़ रुपए खर्च होने हैं।
गंगा पाथ-वे के बख्तियारपुर तक निर्माण हो जाने से पटना के अशोक राजपथ पर गाड़ियों का लोड कम होगा। साथ ही उत्तर बिहार जाने वाले लोग गांधी सेतु, कच्ची दरगाह-बिदुपुर और बख्तियारपुर-ताजपुर पुल से सफर सकेंगे। बिहार के पहले एक्सप्रेस-वे से भी गंगा पाथ-वे जुड़ जाएगा। इस लिहाज से यह पाथ-वे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच एक सेतु का काम करेगा।