पटना जीपीओ के समीप बकरी बाजार में 10 एकड़ से ज्यादा जमीन में एक मल्टी-मोडल ट्रांसपोर्ट हब बनाने की तैयारी है। जिससे पटना जंक्शन से यात्रियों को आने-जाने के लिए निर्बाध यात्रा हो सके। टेंडर प्रक्रिया शुरू करने से पूर्व पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड का प्रस्ताव अगली मीटिंग में मंजूरी के लिए रखे जाने की उम्मीद है।
यह परियोजना अलग-अलग परिवहन सेवाओं जैसे कि बस सेवा, निजी कैब और ऑटो को एक छत के नीचे एकीकृत करेगी। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बना ली गई है। अंतिम रूप से भवन का डिजाइन बिहार राज भवन निगम लिमिटेड के द्वारा तैयार किया जाएगा। बता दें कि यह परियोजना पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के रेलवे स्टेशन इलाके पुनर्विकास का हिस्सा है। परियोजना के तहत स्टेशन सड़क पर एक पैदल यात्री मेट्रो एवं मल्टीलेवल कार पार्किंग और गतिविधि केंद्र जोड़ने वाला पुल का निर्माण किया जाएगा।
पीएससीएल की जनसंपर्क अधिकारी हर्षिता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रस्ताव के मुताबिक, भवन के भूतल में सिटी बसों के लिए एरिया होगी। जबकि दूसरे मंजिलों में प्राइवेट कैब एवं ऑटोरिक्शा के लिए जगह होगी। पीएससीएल की मीटिंग में परियोजना की अनुमानित लागत निर्धारित की जाएगी। मल्टी लेवल कार पार्किंग के नजदीक पार्किंग स्टैंड तथा पटना जंक्शन चौराहे के समीप ऑटो के लिए हटा दिया जाएगा। इससे रोड पर ट्रैफिक की भीड़ कमेगी और लोग सार्वजनिक परिवहन सुविधा का उपयोग परिवहन केंद्र में करेंगे।
हर्षिता ने बताया कि यह पैदल लोगों के लिए टर्मिनल मेट्रो से जुड़ा होगा, जहां यात्रियों के लिए एस्केलेटर की सहुलियत होगी। ताकि, जो लोग पटना जंक्शन से आवागमन कर रहे हैं, उन्हें भारी माल ले जाने पर मेट्रो से जाने में दिक्कत नहीं होगी। पटना जंक्शन की मेट्रो के जरिए मल्टी-मोडल ट्रांसपोर्ट हब तक पहुंचेगी, जो एमएलसीपी को डायरेक्ट कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। पहले ही 440 मीटर लंबे सबवे के लिए निर्माण शुरू हो चुका है, जहां ट्रैवलेटर, एस्केलेटर और वॉकवे, लाइट,अग्निशामक, ड्रेनेज सिस्टम और एलईडी स्क्रीन होंगे। 68.85 करोड़ रुपये की धनराशि का इस्तेमाल करके इसे 2023 के दिसंबर तक पूरा किए जाने की उम्मीद है।