पटना नगर निगम ने कचरा उठाने के लिए ठोस पहल की शुरुआत की है। राजधानी के कॉलेज, अस्पताल, होटल, स्कूल समेत अन्य भवनों से ठोस कचरा उठाव करने के लिए नगर निगम आगामी 10 दिसंबर से नई रेट पर शुल्क वसूली करेगा। व्यवसायिक प्रतिष्ठानों 1 संस्थानों के लिए अलग-अलग कैटेगरी के हिसाब से रेट निर्धारित की गई है। कम से कम 200 रुपए महीने और अधिकतम 5000 रूपए प्रति महीने शुल्क निर्धारित किए गए हैं। 5 दिसंबर तक निर्धारित किए गए शुल्क के नए फॉर्मेट की सूचना निगम सभी अंचलों को भेज देगी।
राजधानी वासी शुल्क का भुगतान हर महीने, तीन महीने, छह महीने या सालाना कर सकते हैं। बता दें कि नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में छोटे-बड़े मिलाकर तकरीबन 700 अस्पताल है। हॉस्पिटल के लिए 1000 से 5000 रूपए प्रति महीना निगम ने शुल्क निर्धारित किया है। पटना नगर निगम की हर्षिता साहू ने कहा कि ठोस कचरा प्रबंधन नियम के तहत समीक्षा कर रेट में संशोधन किया गया है। निर्धारित नई दरों को लागू करने के लिए सभी अंचलों को निर्देश दे दिया गया है। दिसंबर में यह पूरी तरीके से लागू हो जाएगा।
बता दें कि पटना नगर निगम ने लोगों के घरों से कचरा उठाने के लिए इंटीग्रेटेड स्मार्ट सॉल्यूशन सुविधा की शुरुआत की है। खुद मुख्यमंत्री 4 दिसंबर को इसका उद्घाटन करेंगे। निगम ने समाधान एप लॉन्च किया है इसी के जरिए सारे काम होंगे। राजधानी के एक लाख 48 हजार घरों में नगर निगम ने क्यूआर कोड लगा दिया है। अब भी 50 हजार घरों में क्यूआर कोड लगाने का काम जारी है। निगम के सभी 75 वार्डों को कवर कर लिया गया है।
Source- Bhaskar