बरसात के दिनों में चिड़ियाघर की सैर सपाटा करना किसे अच्छा नहीं लगता। अगर आप राजधानी पटना में है और अपने बच्चों के साथ छुट्टियां मनाने के लिए गए हुए हैं, तो आप संजय गांधी जैविक उद्यान का भ्रमण जरूर कर आइए। बच्चों को अपने साथ ले जाना कतई नहीं भूलिएगा, ऐसा इसलिए क्योंकि लंबे वक्त से बंद पटना जू की टॉय ट्रेन पुनः चल पड़ी है। टॉय ट्रेन की सफारी कर चिड़ियाघर घूमना और जंगली जानवरों को देखना बहुत ही मजेदार है। ऐसे तो आप पैदल भी जू घूम सकते हैं, लेकिन टॉय ट्रेन में चढ़कर भालू, शेर, बाघ,बंदर या अन्य जानवरों को देखना बेहद ही सुकून देगा। आपके पैरों को आराम मिलेगी और आप तरोताजा महसूस करेंगे।
पटना के चिड़ियाघर में सैर करते समय बुजुर्गों, बच्चों और अन्य लोगों को थकावट ना हो, इसके लिए टॉय ट्रेन पुन: शुरू की गई है। चिड़ियाघर प्रशासन इस ट्रेन के लिए परमिशन दे चुका है, जिसके बाद पिछले दिन यानी शनिवार से इसका संचालन भी शुरू हो गया है। ट्रेन में बैठकर चिड़ियाघर के जंगली जानवरों को आप आसानी से देख सकते हैं। टॉय ट्रेन के चलने से बच्चों में बेहद खुशी दिख रही है। बता दें कि इससे पहले भी चिड़ियाघर में ट्रेन चलती थी, मगर नई ट्रेन के आ जाने से जू में घूमना और आसान हो गया है।
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बता दें कि पटना चिड़ियाघर का क्षेत्र काफी बड़ा है। सभी कैज तक चिड़ियाघर की सैर कराने वाली ट्रेन जाएगी। हर जगह पांच मिनट यह ट्रेन रुकेगी। इस के मार्ग में आपको सांपघर, बंदर, उल्लू और मोर भी देखने को मिलेगा। टॉय ट्रेन का टिकट बच्चों के लिए मात्र 20 रुपए और व्यस्कों के लिए 30 रुपए तय किया गया है। यानी केवल चंद रुपए खर्च कर आप पटना चिड़ियाघर घूम सकते हैं।
यह ट्रेन सुबह से लेकर शाम तक चिड़ियाघर के 10 चक्कर लगाएगी। ट्रेन के चलने का मार्ग गेट नंबर एक से रखा गया है। ट्रेन एक बार चलने के बाद पर्यटकों को जेबरा, हिप्पो पोटेमस, पक्षी, भालू, शेर, काला हंस, बाघ, चिंपाजी केज से भ्रमण कराते हुए गेट नंबर एक पर आकर रुकेगी। आप इस ट्रेन में अपने परिवार के साथ घूम सकते हैं।