पटना के जेपी गंगा पथ से अशोक राजपथ को कृष्णा घाट के नजदीक कनेक्ट का काम नवंबर माह से होगा। यहां संपर्कता देने के लिए पहली दफा 185 पाया गंगा के पानी में निर्माण होगा। इसकी ऊंचाई गंगा पथ से लगभग 5.5 मीटर नीचे होगी। इसे वैकुलर अंडरपास नाम दिया गया है।
इससे छोटे गाड़ियों के साथ बस, ट्रक व सभी प्रकार के हेवी वाहन दीदारगंज की तरफ जा सकेंगे। बिहार राज्य पथ विकास निगम के अफसरों की मानें तो इसके लिए पटना विश्वविद्यालय के द्वारा 2100 वर्गमीटर भूमि दी जाएगी।
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विश्वविद्यालय ने इसकी नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट दे दी है। इस भूमि में से 1702 वर्गमीटर पर साइंस महाविद्यालय में दो बिल्डिंग बनी हैं। कमेस्ट्री भवन एवं परीक्षा हॉल है। दोनों भवन दो फ्लोर का है। इन्हें ध्वस्त कर दूसरी जगह नया भवन निर्माण हेतु निगम के द्वारा पटना यूनिवर्सिटी को 6 करोड़ 38 लाख 54 हजार दिए जाएंगे। हालांकि रिवर फ्रंट के समीप बने मंदिर को नहीं ध्वस्त किया जाएगा। इसके ठीक ऊपर से 300 मीटर लंबा एलिवेटेड एप्रोच सड़क गुजरेगा, जो अशोक राजपथ को संपकर्ता देगा।
बता दें कि गंगा पथ से अशोक राजपथ 525 मीटर दूर है। यहां पूर्व से साइंस कॉलेज तथा पटना विवि के बीच नगर निगम की सड़क है जो अशोक राजपथ से कृष्णा घाट के बीच जा रहा है। इस वर्तमान सड़क पर गंगा पथ से अशोक राजपथ को कनेक्ट के लिए 300 मीटर एलिवेटेड तथा 175 मीटर भूमि पर अप्रोच रोड का निर्माण होगा। इसके पूरब पटना विश्वविद्यालय से ली जाने वाली भूमि पर 5.5 चौड़ा सर्विस सड़क होगा जो अशोक राजपथ से कृष्णा घाट के रिवर फ्रंट को संपकर्ता देगा। यहां रोड की टोटल चौड़ाई 14 मीटर होगी।
दीघा से दीदारगंज तक कुल 20.5 किमी जेपी गंगा पथ का निर्माण काम जारी है। इसमें पीएमसीएच साढ़े सात किलोमीटर तक बनकर पूरा हो गया है। शेष 13 किलोमीटर का निर्माण कार्य चल रहा है। इसे जून 2024 तक पूर्ण करना है।