पहली दफा फ्लाईओवर से बोरिंग कैनाल रोड को जोड़ने की तैयारी चल रही है। हड़ताली मोड़ से बोरिंग कैनाल सड़क को जोड़ने की योजना है। यह फ्लाईओवर लोहिया पथचक्र का भाग होगा। इसके लिए लगभग 109 पेड़ काटनेे होंगे। वन विभाग के साथ ही दूसरे एजेंसियों ने पूल विकास निगम को इसका एनओसी दे दिया है। हड़ताली मोड़ पर लोहिया पथचक्र के फ्लाईओवर को जंक्शन से जोड़ा जाएगा।
हड़ताली माेड़ पर आकर सभी रोड एवं पुल अलग-अलग डायवर्ट होंगे। पुल निगम के अधिकारियों की मानें तो, शीघ्र ही फ्लाईओवर का निर्माण शुरू होगा। मगर इससे पूर्व पेड़ कटाई, बिजली पोल की शिफ्टिंग और बेली रोड एवं बोरिंग कैनाल सड़क के चौक पर निर्मित दो सरकारी इमारतों को तोड़ा जाएगा। इस काम में लगभग तीन महीने का समय लग जाएगा। फिर बोरिंग रोड में सड़क निर्माण के लिए पिलर खोदने का काम शुरू होगा।
लोहिया पथ चक्र के परियोजना को स्मूथ ट्रैफिक योजना के तहत डिजाइन किया गया है। पटना में फ्लाईओवर निर्माण के पीछे का मकसद भी यही है। जिस प्रकार से पथ चक्र के पूर्व लोगों को यू-टर्न की समस्या से निजात मिली है, ठीक उसी प्रकार दूसरे चरण वाले पथ चक्र में वही सुविधा मिलेगी। नए ब्रिज निर्माण होने के बाद बेली रोड पर जाम नहीं होगा। इसके साथ ही आर ब्लॉक से डायरेक्ट बोरिंग रोड जाने के लिए बढ़िया विकल्प मिलेगा।
लोहिया पथचक्र के दूसरे चरण के निर्माण को तीन हिस्से में बनाने की योजना है। डिजाइन के अनुसार पहला हिस्सा दरोगा राय पथ के विजिलेंस ऑफिस से शुरू होगा और हड़ताली मोड़ तक 350 मीटर लंबा पुल का निर्माण हो रहा है। इसके बाद हड़ताली मोड़ से बोरिंग रोड में पुल का निर्माण होगा, जो एसके पूरी तरफ जाने वाले चौराहे में उतरेगा। यह पुल लगभग 250 मीटर लंबी होगी।
हड़ताली चौक से बोरिंग रोड को जोड़ने वाले फ्लाईओवर की की लंबाई आने वाले समय में बढ़ाया जा सकता है। लेकिन पहले फेज में 250 मीटर लंबी पुल निर्माण का फैसला उचित है। बोरिंग रोड चौराहा से राजापुल तक भविष्य में फ्लाईओवर निर्माण का प्रस्ताव बन सकता है। इसी प्रकार बोरिंग रोड से एनएन कॉलेज के रास्ते पाटलिपुत्र का चौराहा तक फ्लाईओवर बनाने की आवश्यकता पड़ सकती है।
पथ निर्माण विभाग के रिटायर्ड ईई संतोष कुमार ने कहा कि या इसलिए आवश्यक है बोरिंग रोड और आसपास की आबादी पिछले 10 वर्ष में तेजी से बढ़ी है। इस क्षेत्र में लोगों को बेहतर सुविधा देने एवं ट्रैफिक सिस्टम को बेहतर करने के लिए फ्लाईओवर निर्माण का प्रस्ताव बन सकता है।