राजधानी पटना से कोलकाता के बीच बनने वाली एक्सप्रेस वे की मांग लंबे अरसे से होती रही है। सड़क परिवहन मंत्रालय ने इसके प्रस्ताव को काफी समय से लंबित में रखा है। भारतमाला परियोजना के दूसरे चरण के तहत बिहार में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है जिसमें पटना-कोलकाता एक्सप्रेस वे बनाने का प्रस्ताव रखा गया है। 450 किलोमीटर लंबाई वाली इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 17,900 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
एक्सप्रेस वे निर्माण पर फिलहाल विचार चल रहा है। पटना कोलकाता एक्सप्रेस बनने से लाखों लोगों को इसका सीधा फायदा मिलेगा। राज्य में अधिकतर समान कोलकाता से आते हैं ऐसे में व्यापार के दृष्टिकोण से कारोबारियों को लाभ मिलने वाला है इस एक्सप्रेस-वे के बनने से पटना से कोलकाता का आवागमन सुलभ होगा वहीं व्यापारिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी।
बता दें कि पटना से कोलकाता के बीच पहले ही हाइवे बना हुआ है जिससे आवागमन होता है लेकिन इस एक्सप्रेस वे के बनने से कम समय में पटना से कोलकाता की दूरी तय की जा सकेगी। कोलकाता बंदरगाह से डायरेक्ट संपर्क जुड़ने पर रोजगार के नए अवसर बिकने की संभावना है। मालूम हो कि केंद्र सरकार की गतिशक्ति योजना के तहत पूरे देश भर में आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने का काम युद्धस्तर पर हो रहा है। साल 2024-25 तक देश भर में 2 लाख किलोमीटर सड़क बिछाने का लक्ष्य रखा गया है।