गया में पितृपक्ष मेले का आयोजन कुछ ही दिन में होने जा रहा है। जिला प्रशासन से लेकर नगर निगम तक मेला की तैयारियों में लगा हुआ है। पिंडदानियों को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए प्रशासन तमाम सुविधाओं को बहाल करने पर ध्यान दे रहा है। पितृपक्ष मेला नौ सितंबर से 25 सितंबर तक होगा। यात्रियों की सहुलियत के लिए बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के द्वारा बसें चलाई जाती हैं, जिससे कम भाड़ा में लोग सफर कर सकें। विभाग ने इस दफा कुछ अलग किया है।
बता दें कि पितृपक्ष में पहली दफा सीएनजी बसें गया से बोधगया के बीच चलेगी। जिससे प्रदूषण कम होगी। साथ ही लोगों से भाड़ा कम लिया जाएगा। गया से बोधगया के बीच 15 सीएनजी बसें चलेंगी। एक रंग और एक डिजाइन की सीएनजी बसें होगी। सभी सीएनजी बसें में 30 सीट होगी। बस डीपो के क्षेत्रियों प्रबंधक अशोक कुमार सिंह ने कहा है कि आठ सितंबर को सीएनजी बसें पटना से आएगी। नौ सितंबर से गया से बोधगया रूट पर सीएनजी बसे चलने लगेगी। बोधगया के लिए भक्तजनों के लिए बसें विष्णुपद से खुलेगी। बस सेवा सुबह के पांच बजे से रात्रि के नौ बजे तीर्थयात्रियों को मिलेगी।
पितृपक्ष में टोटल 70 बसें सड़कों पर चलेंगी, जिससे श्रद्धालुओं को पिंडवेदियों तक पहुंचने में किसी प्रकार के दिक्कत नहीं हो। 70 बसों में 15 बसें गया से बोधगया के बीच चलेगी। वहीं शहर में 55 बसें चलेगी। शहर में परिचालन होने वाली बसें इंधन से चलेगा। बसों की सीट से ज्यादा श्रद्धालुओं को नहीं बिठाया जाएगा। क्योंकि हर आधा घंटा में बस सेवा श्रद्धालुओं को मिलेगा।
पितृपक्ष में सरकारी बसें के अतिरिक्त प्राइवेट बसे भी शहर की सड़क पर श्रद्धालुओं को लेकर चलेगी। कुल 70 बसों में से आधी बसें प्राइवेट होंगी। परिवहन विभाग के प्राइवेट बसों को चिन्हित किया गया है। सभी बस मालिकों को पितृपक्ष में चलने के लिए विभाग के द्वारा गाइडलाइन दिया जा रहा है। जिला के परिवहन पदाधिकारी विकास कुमार ने जानकारी दी कि पहली दफा गया से बोधगया के बीच सीएनजी बसें 9 सितंबर से लेकर 25 सितंबर तक चलेंगी। भाड़ा निर्धारण हो रहा है।