पटना में गंगा नदी के किनारे अब वॉक-वे और गंगा चैनल का निर्माण किया जाएगा। इसे दीघा से गांधी मैदान के एएन सिन्हा इंस्टीच्यूट गंगा के साइड निर्माण की योजना है। इस इलाके में एक हरित पट्टी विकसित करने की तैयारी है, इससे एएन सिन्हा इंस्टीच्यूट से दीघा घाट तक गंगा किनारे और भी खूबसूरती बढ़ जाएगी। इसके साथ ही गंगा एक्सप्रेस-वे बेहद खूबसूरत हो जाएगा।
बता दें कि मौजूदा समय में पटना सिटी से लेकर कलेक्ट्रेट घाट तक रिवरफ्रंट का निर्माण हुआ है। इस इलाके में गंगा घाट के किनारे सीढ़ियों का निर्माण हुआ है। वॉक-वे और गंगा चैनल कुल 6 किलोमीटर लंबी होगी। लगभग 6 साल पूर्व कुर्जी से गंगा साइड में गंगा चैनल का निर्माण किया गया था और उसका अस्तित्व पूरी तरह समाप्त हो चुका है। अब फिर से इसे बनाया जाएगा। लोगों के टहलने के लिए हरित पट्टी विकसित किया जाएगा।
बता दें कि गंगा एक्सप्रेसवे एलिवेटेड रोड 21 मीटर चौड़ी है। दीघा से गांधी मैदान के एएन सिन्हा इंस्टीच्यूट का निर्माण की गई सड़क 40 मीटर चौड़ी है। यह राजधानी पटना की सबसे शानदार सड़क रहेगी। गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण में कुल 3831 करोड़ की राशि खर्च हो रही है। गंगा एक्सप्रेस-वे के 7 किलोमीटर का काम पूर्ण हो चुका है।
गंगा एक्सप्रेसवे का अवलोकन एक दिन पूर्व ही पथ निर्माण विभाग के प्रत्यय अमृत ने किया था। अपर मुख्य सचिव ने अभियंताओं को यह आदेश दिया कि निर्धारित समय में गंगा एक्सप्रेस वे का काम पूरा कर लें। अभियंताओं ने कहा कि अटल पथ रोटरी, अटल पथ एक्सटेंशन, पीएमसीएच आर्म, एएन सिन्हा आर्म का कार्य पूरा हो चुका है। पीएमसीएच की और आने जाने के लिए एक लेन एक्सप्रेस वे का खोला जा रहा है। दूसरे लेन का कार्य चल रहा है। अधिकारियों के मुताबिक एलसीटी घाट के नजदीक बनने वाले आर्म में अभी समय लगेगा। यह काम दो महीने के बाद पूरा कलना है।