अमूमन शहरी क्षेत्र के लोग लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों से जूझते रहते हैं। बड़े शहरों में ज्यादा परेशानी है। कई सेलिब्रिटी भी इस बीमारी से जूझ रहे हैं। कुर्सी पर बैठे बैठे-बैठे या कंप्यूटर पर काम करने वाले 50 प्रतिशत लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं। दैनिक भास्कर ने पटना में काइरोप्रैक्टिक एक्सपोर्ट डॉ रजनीश कांत से विशेष बातचीत किया है। डॉ रजनीश हाल ही में अभिनेता पंकज त्रिपाठी व नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कई बड़े सेलिब्रिटी ओं का इलाज कर चुके हैं।
डॉ रजनीश कांत ने बताया कि कमर का नस दब जाने, पैरों में दर्द होने, झंझनाहट होने, सूनापन होने और सिर में दर्द होने की शिकायत वाले अधिकतर मरीज यहां आ रहे हैं। वैसे लोगों में ज्यादा शिकायत दिख रही है जो 8 से 10 घंटे तक कुर्सी पर बैठकर काम करते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी पेन किलर खाने वाले लोगों की होती है जिसका असर सीधे आंतो पर पड़ता है।
डॉ. रजनीश कांत कहते हैं कि हम अपनी और से मरीजों को कोई दूसरी दवा नहीं खिलाते हैं। कई मरीजों को तो जल्दी राहत मिल जाती है लेकिन कुछ मरीजों को थोड़ा इंतजार करना पड़ता है। वे बताते हैं, ‘स्पाइन को लगातार स्ट्रेट कर नहीं बैठें। एक पोस्चर में लगातार एक घंटे से ज्यादा तक नहीं बैठें। एक घंटे लगातार बैठने की स्थिति में थोड़ा चल लें। सात से आठ घंटे तक ऊंचे तकिए पर सोने से नेक पर काफी प्रेशर हो जाता है।
डॉ रजनीश हैदराबाद, मुंबई और पटना में अपना कैंप लगाते हैं। जहां वे मरीजों का नि:शुल्क इलाज करते हैं। उन्होंने कहा कि बहुत सारे गरीब मरीज को फ्री इलाज करते हैं। कोरोना की स्थिति ठीक रहने पर जनवरी के लास्ट में पटना में डॉक्टर रजनीश कैंप लगा सकते हैं।