अब तीव्र गति से राजधानी के अशोक राजपथ पर डबल डेकर एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य होगा। बीते साल 4 सितंबर को भूमि पूजन के बाद से प्री एक्टिविटी का कार्य चल रहा था। मिट्टी की जांच के अलावे पायलिंग लोड टेस्ट जैसे काम हो रहे थे। इंजीनियरों ने बताया है कि पायलिंग मोड टेस्ट सफल रहा है। इस योजना पर 422 करोड़ की लागत आएगी। निर्माण कार्य के समय अशोक राजपथ ट्रैफिक वनवे रहेगा। गांधी मैदान के कारगिल चौक से एनआईटी तक बनने वाले डबल डेकर एलिवेटेड रोड को साल 2024 के आखिर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
डबल डेकर एलिवेटेड रोड का पहला तल 1.50 किमी लंबा होगा और दूसरे तल 2.20 किमी होगी। पहले तल से लोग एनआईटी की ओर से गांधी मैदान आएंगे। जबकि दूसरे तल से गांधी मैदान से एनआईटी की ऐर जाएंगे। दोनों तल की चौड़ाई दो लेन की होगी। लोकनायक गंगा पथ से एलिवेटेड रोड को जोड़ा जाएगा। इसके लिए कृष्णा घाट या इंजीनियरिंग कॉलेज के पास रास्ता बनाया जाएगा। डबल डेकर फ्लाईओवर के नीचे दोनों तरफ सर्विस लेन होगा।
बता दें कि अशोक राजपथ पर ट्रैफिक का दबाव अत्यधिक रहता है जिससे जाम की समस्या से लोग जूझते रहते हैं। डबल डेकर रोड मरने से अशोक राजपथ पर गाड़ियों का लोड कम होगा व जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी। ऊपर-नीचे दोनों तरफ से गाड़ियों का आना-जाना होगा। राजधानी सबसे व्यस्त रोड अशोक राजपथ माना जाता है। इस रोड से रोजाना हजारों लोग गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना विवि, पटना कॉलेज, साइंस कॉलेज, बीएन कॉलेज, एनआईटी कॉलेज सहित पटना साहिब जाते हैं।
वहीं, इस रास्ते में बने अधिकतर घर दशकों पुराने हैं। घनी आबादी है जो सड़क से सटि हुई है, जिसके चलते रास्ते की चौड़ाई नहीं बढ़ सकती है। वहीं दूसरी और लगातार गाड़ियों की संख्या बढ़ती जा रही है। रोजाना जाम की समस्या से लोगों को जूझना होता है।