देश में सबसे तेज रफ्तार से चलने वाली वंदे भारत ट्रेन बिहार के गया और पटना से दिल्ली के लिए परिचालन करने की कवायद शुरू हो गई है। महज आठ से नौ घंटे में ट्रेन दिल्ली से राजधानी पटना और गया जंक्शन यात्रियों को पहुंचा देगी। पटना जंक्शन से हावड़ा के लिए भी वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना है। यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पटरी पर दौड़ेगी और इसमें यात्रियों के लिए मात्र बैठने की व्यवस्था होगी। वाराणसी से हावड़ा के लिए गया रूट होते हुए वंदे भारत ट्रेन चलाने की तैयारी है। पेश किए बजट में 3 साल के भीतर 400 वंदे भारत ट्रेन चलाने का ऐलान किया गया है।
मिली खबर के अनुसार, पहले फेज में वाराणसी से हावड़ा के लिए वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएगी जो बिहार के गया जंक्शन से होते हुए गुजरेगी। इसके लिए खासकर डीडीयू से आसनसोल तक 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाने के लिए काम जारी है। रेलवे ट्रैक को मजबूत करने के अलावा रेलखंड पर इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल सिस्टम शुरू हो रहा है। यह सिस्टम पुरे रेल खंड में लगाया जाएगा। इसी वित्तीय साल में से पूरा करने की संभावना है।
बता दें कि इसी वर्ष वंदे भारत ट्रेन रेलखंड पर दौड़ती नजर आएगी। पूर्व मध्य रेल क्षेत्र के पांच से छह वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन अगले साल से शुरू होने की उम्मीद है। पटना-दिल्ली, पटना-हावड़ा, वाराणसी-हावड़ा वाया पटना व वाया गया चलाने पर निजी ऑपरेटरों द्वारा चलाने पर बल दिया जा रहा है। पटना से राजधानी दिल्ली के बीच परिचालन होने वाली सभी ट्रेनों की ऑक्युपेंसी बेहतर आंकी गई है। निजी ऑपरेटर भी बताते हैं कि ट्रेनों की ऑक्युपेंसी एवरेज 70 भी होगी तो कोई समस्या नहीं होगी। राजधानी एक्सप्रेस से थोड़ा अधिक इस ट्रेन का किराया होगा। ट्रेन में भोजन की भी व्यवस्था होगी।