इस बार घने धुंध के दौरान जेपी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, पटना पर विमानों की आवाजाही में कोई दिक्कत नहीं होगी। घने कोहरे के वजह से यात्रियों को पटना के जगह वाराणसी और कोलकाता में डाइवर्ट नहीं किया जाएगा। बता दें कि कैट 1 लाइट से पटना एयरपोर्ट को सुसज्जित किया जाएगा। इससे विजिबिलिटी बढ़कर 700 मीटर हो जाएगी। पहले जहां विमानों की लैंडिंग 1200 विजिबिलिटी पर कराई जाती थी, वही इस संयंत्र के लगने के पश्चात 700 मीटर विजिबिलिटी रहने पर आसानी से विमानों की लैंडिंग हो सकेगी। हवाई अड्डा पर कैट 1 लाइट संयंत्र लगाने की कवायद तेज रफ्तार से शुरू कर दी गई है। इस वर्ष जुलाई माह तक सर्वे का काम पूरा हो जाएगा।
पिछले दिन प्रमंडलीय आयुक्त सह अध्यक्ष, विमानपत्तन पर्यावरण प्रबंधन कमिटी कुमार रवि के नेतृत्व में समिति की बैठक संपन्न हुई। आयुक्त ने बैठक में कहा कि सुरक्षित एयर ट्रैफिक के लिए प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। निदेशक ने पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए हवाई अड्डा की सुरक्षा और विकास के बारे में जानकारी साझा की। पटना हवाई अड्डा के चल रहे विकास और विस्तार कार्य को देखते हुए यातायात प्रवाह मैनेजमेंट एवं सुरक्षात्मक मसलों पर विस्तार रूप से चर्चा हुआ।
बता दें कि कैट-। नेजमेंटट का अधिष्ठापन व सटीक जगह, सर्वे के मुताबिक अतिरिक्त पेड़ों की छंटाई, बिहटा स्टेशन कैंपस से नीलगायों का स्थानान्तरण, पटना एयरपोर्ट के समीप कूड़े का वाजिब निस्तारण, उचित प्रकाश व्यवस्था एवं तमाम सुरक्षात्मक कार्य बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। सुगम ट्रैफिक के लिए हवाई अड्डा की व्यवस्था के बारे में निदेशक ने विस्तार रूप से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विमान के सुरक्षा के लिए नियमित समय पर पेड़ों की छंटाई किया जाना जरूरी है। इसके लिए पटना जू के निदेशक के साथ नियमित रूप से समन्वय स्थापित करते हुए जरूरी कार्रवाई की जाती है।
आयुक्त ने पथ निर्माण विभाग, वन एवं पर्यावरण विभाग, पटना नगर निगम, नगर विकास विभाग, यातायात, पटना पुलिस, विद्युत विभाग, जैविक उद्यान सहित सभी विभागों के अधिकारियों को आपस में समन्वय बनाकर पेंडिंग कामों को समय पर पूरा करने का आदेश दिया। नगर आयुक्त को पटना एयरपोर्ट इलाके में जलजमाव से बचाव हेतु निरोधात्मक कार्रवाई व ड्रेनेज सिस्टम को चुस्त-दुरुस्त रखने को कहा।