पटना एयरपोर्ट पर अब यहां से भेजे जाने वाले या बाहर से मंगाए जाने वाले सामानों की पहले से अधिक हिफाजत होगी। एयरपोर्ट पर ज्वेलरी या कीमती सामान रखने के लिए व्यवस्था की जा रही है। निर्माणाधीन कार्गो भवन के वजह से यह सब संभव हो पाएगा। इसका निर्माण आखिरी दौर में है। तकरीबन 90 प्रतिशत निर्माण पूरा हो चुका है। अक्टूबर के आखिर तक यह बनकर तैयार हो जाएगा। यह मौजूदा कार्गो भवन से 4 गुना ज्यादा बड़ा होगा।
बता दें कि दिसंबर के आखिर तक इसका उपयोग शुरू हो जाएगा। पटना हवाई अड्डे से ढुलाई आसान हो जाएगी और सामान को स्टोर करने में भी सुविधा होगी। इससे हवाई ढुलाई की मात्रा में भी तेजी से बढ़ोतरी होगा। वर्तमान कार्गो ब्लॉक का लगभग 3.5 हजार वर्गफुट में फैला है, जबकि नया कार्गो भवन 15 हजार वर्गफुट में फैला है। यह दो तल्ला भवन है, जिसमें ग्राउंड फ्लोर पर काफी बड़ा स्टोरेज हॉल है। यह दो हिस्से डिपार्चर और एराइवल में बंटा है, जिनमें जाने वाले और आने वाले सामान रखे जायेंगे।
मालूम हो कि कई लोग बाहर से नई प्रजाति के पौधे मंगाते हैं, इनके लिए निर्माणाधीन कार्गो भवन में व्यवस्था की गई है। पौधों को रखने के लिए यहां प्लांट क्वॉरेंटाइन सेंटर बन रहा है। इस सेंटर का निर्माण इसलिए किया गया है ताकि बाहर से मंगाए गए पौधों के साथ कीड़े, वाइरस, बैक्टिरिया आदि का फैलाव नहीं हो।
वहीं बुक होने वाले सामानों की सिक्युरिटी स्क्रीनिंग के लिए बैगेज एक्स-रे की सुविधा होेगी। सामानों का वजन करने के लिए बड़ा वेटिंग मशीन लगेगा। उपरी मंजिल पर कर्मियों और अधिकारियों के बैठने के लिए दफ्तर बन रहा है। यहां कस्टम के अफसरों के लिए कमरे होंगे, जिससे भविष्य में पड़ोसी मुल्कों से विमान सेवा शुरू होने पर कस्टम क्लीयरेंस में परेशानी ना हो।