पटना हवाई अड्डे पर नया वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज डॉप्लर रडार मशीन लगाया गया है। इसमें 5 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं और इसका दायरा इतना ज्यादा है कि वाराणसी से उड़ते साथ पटना हवाई अड्डे के रडार की जद में फ्लाइट आ जाएंगे। इससे विमानों की पहले से ट्रैफिक बेहतर होगी और एटीसी का काम अत्यधिक सुविधाजनक होगा।
वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज डॉप्लर रडार मशीन लगाए जाने से पहले के मुकाबले अब हवाई सुरक्षा प्रणाली अधिक मजबूत होगी। मालूम हो कि फिलहाल यहां काफी पहले से लगा डॉप्लर रडार लगे होने के वजह से तकनीकी नजरिए से अब पुराना पड़ गया है। इसकी दायरा भी नये रडार से कम है। नया डीवीओआर दुनिया की आधुनिकतम तकनीक पर बेस्ड है जो मुंबई, दिल्ली जैसे देश के तमाम बड़े एयरपोर्ट पर इस्तेमाल हो रहा है।
बता दें कि पटना एयरपोर्ट पर वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज डॉप्लर रडार को चार एकड़ भूमि में इंस्टॉल किया गया है। चूंकि पटना हवाईअड्डे पर 1216 करोड़ रुपए खर्च कर नये टर्मिनल का निर्माण इन दिनों जारी है जिसके अगले साल के अंत तक बन जाने के बाद यह देश का सबसे शानदार एयरपोर्ट टर्मिनल में से एक होगा और वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से युक्त होगा। लिहाजा तकनीकी मशीनों को भी बदलने का काम चल रहा है जिसके तहत नया डीवीओआर लगाया गया है।
दिल्ली से एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के तकनीकी एक्सपर्टों की टीम शीघ्र ही आकर डीवीओआर इंस्टॉलेशन का मुआयना करेगा और उनके द्वारा इसको स्टैंडर्ड ऑपरेशन के अनुसार पाये जाने के बाद इसकी कमीशनिंग होगी। उम्मीद है कि अगले महीने के आखिर तक इसका इस्तेमाल शुरू हो जाए।