पटना एयरपोर्ट पर निर्माण हो रहा जी प्लस टू टर्मिनल भवन और अन्य प्रोजेक्ट का काम 2023 के अंत यानी दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। नए टर्मिनल भवन में जी प्लस फाइव मल्टीलेवल पार्किंग, एटीसी टावर, फायर स्टेशन, कार्गो बिल्डिंग, टेक्निकल भवन, अधिकारियों और काम करने वाले कर्मियों के लिए क्वार्टर की भी व्यवस्था होगी। भारत सरकार ने इसके लिए 1216.90 करोड़ रूपए की मंजूरी दी है।
बता दें कि पिछले दो साल से पटना एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का काम हो रहा है, जिसमें 32 प्रतिशत राशि खर्च हो चुकी है। पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सांसद सुशील मोदी ने नागर विमानन राज्यमंत्री वी के सिंह के पूछे गए सवाल पर उन्होंने यह जानकारी दी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पटना एयरपोर्ट पर समानांतर टैक्सी स्टैंड, आइसोलेशन और अन्य संरचनाओं के लिए 41.5 एकड़ भूमि बिहार सरकार को उपलब्ध करानी है। फिलहाल यात्रियों की सालाना क्षमता 50 लाख है। नया टर्मिनल भवन बनने के बाद बढ़कर 80 लाख हो जाएगी। अक्टूबर 2022 तक पूरा करना था लेकिन दिसंबर 2023 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
नागर विमानन राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा कि पटना एयरपोर्ट के साथ ही बिहार सरकार को बिहटा एयरपोर्ट निर्माण के लिए भी भूमि उपलब्ध करानी है। 83 एकड़ जमीन बिहटा एयरपोर्ट के लिए सरकार को उपलब्ध करानी है। भूमि उपलब्ध नहीं होने के कारण ही दोनों एयरपोर्ट से जुड़े निर्माण में देरी हो रही है। नई सुविधा के तहत पटना एयरपोर्ट पर 14 एयरक्राफ्ट पार्किंग बनाने की योजना है। पांच एयरोब्रिज का भी निर्माण होना है। 25 मीटर ऊंचाई वाले नया भवन जी प्लस टू होगा। नए टर्मिनल भवन में 52 चेक इन काउंटर और 5 कंवेंटर बेल्ट बनाए जाएंगे।