कहानी एक ऐसे ऐसे आईपीएस ऑफिसर की है, जिन्होंने कभी अपने उसूलों से समझौता नहीं किया। नेताओं के विरुद्ध कार्रवाई की जिसका परिणाम उन्हें 40 बार तबादलें के रूप में चुकाना पड़ा। कहानी कर्नाटक कैडर के 2000 बैच की आईपीएस अधिकारी रूपा दिवाकर मौदगिल की है। यूपीएससी में देश भर में 43वीं रैंक मिलने के बाद भी आईएस अफसर ना बनकर आईपीएस पद के लिए नियुक्ति ली।
राज की पहली महिला होम सेक्रेटरी बनने वाली रूपा को हाल में ही राज्य के गृह विभाग से हैंडलूप एम्पोयिरम में नियुक्ति की गई है। एक बड़े अधिकारी भ्रष्टाचार में संलिप्त होने पर उन्होंने कड़ी कार्रवाई की तब उनका ट्रांसफर कर दिया गया। अलग-अलग राज्यों में अपने कामों को लेकर सुर्खियों में रहने वाली रूपा दबंग छवि के अधिकारी के तौर पर जानी जाती रही है। AIDMK के नेता शशि कला के विरुद्ध कार्रवाई हो या मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री व दिग्गज नेता उमा भारती को गिरफ्तार करने का मामला। रूपा की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह उठे हैं, पुलिस महकमे में सराहना भी हुई है।
रूपा पुलिस सर्विसेज के अलावा शानदार भरतनाट्यम डांसर भी है। भारतीय संगीत की ट्रेनिंग लेने वाली रूपा एक एक कन्नड़ फिल्म प्ले बैक सिंगर का भी किरदार निभाया है। बेहतरीन शार्प शूटर रूपा बचपन से ही पुरस्कारों से सम्मानित होती रही है। साल 2003 में उनकी शादी आईएएस अफसर मुनीश मुद्दिल से हुई। छोटी बहन बनी रोहिणी दिवाकर 2008 बैच के आईआरएस अधिकारी है।
नौकरी से दोगुने बार ट्रांसफर होने वाली रूपा कहती है, कि तबादला होना नौकरी का ही एक अंग है। भ्रष्टाचार के विरूद्ध आवाज उठाना विवाद और जोखिम से भरा है, बाबजूद इसके मेरेे हौंसले में कभी कभी नहीं आई है। रूपा के कार्यशैली के चलते लोग उन्हें खूब पसंद करते हैं। सोशल मीडिया पर भी ट्रांसफर के फैसले से लोगों में नाराजगी देखती रहती है।