नालंदा से होकर गुजरने वाले स्टेट हाईवे नंबर-4 और 71 को जल्द ही राष्ट्रीय राजमार्ग के तौर पर विकसित किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसके लिए सांसद कौशलेंद्र कुमार को लेटर भेजकर जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि फिलहाल नए नेशनल हाईवे घोषित करने की पॉलिसी बदल गई है। ट्रैफिक घनत्व, यात्री आवाजाही, माल ढुलाई, क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण, पर्यटन और नेशनल हाईवे को जोड़ने वाली सड़कों पर गौर किया जाता है। इसका सर्वे होने के साथ इन्हें नेशनल हाईवे के रूप में मान्यता दी जाएगी।
ये दोनों स्टेट हाईवे अधिकतर शर्तों को पूरी तरह पालन करते हैं। ऐसे में इनका एनएच के रूप में घोषित होना निश्चित है। सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने बताया कि गया के खिजरसराय से इस्लामपुर के रास्ते हिलसा जाने वाला स्टेट हाईवे-4 की टोटल लंबाई 82.16 किमी है। जबकि, एसएच-71 जहानाबाद से घोसी, गिरियक, इस्लामपुर, कतरीसराय, राजगीर होते हुए पार्वती तक जाता है। इसकी कुल लंबाई 85 किमी है। शोधार्थी विकास आनंद सहित अन्य लोगों ने इन दोनों एसएच को एनएच में विकसित कराने की अपील की थी। उनके पत्रों को बेस्ड बनाते हुए केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को लेटर लिखा था।
बता दें कि दोनों सड़कों के नेशनल हाईवे बनने से नालंदा के साथ जहानाबाद, पटना, गया और नवादा जिलों की 15 लाख से ज्यादा आबादी को डायरेक्ट लाभ होगा। इन इलाकों की व्यापारिक गतिविधियों में पहले के मुकाबले ज्यादा सुलभता आएगी। ऐसे में जुड़ाव वाले गांवों और शहरों के लोगों को वित्तीय उन्नति होगी। वहीं, दूसरी तरफ कई पर्यटक स्थलों तक पर्यटकों का आवागमन सुलभ हो जाएगा। पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होने से स्थानीय लोगों की आमदनी में वृद्धि होगी जिससे रोजगार की नई संभावनाएं सृजित होगी।