तीसरी और नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन ने ट्रायल रन के दौरान मात्र 52 सेकंड में शून्य से 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड पाकर बुलेट ट्रेनों के रिकॉर्ड को तोड़ डाला है। इसकी जानकारी शुक्रवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी। उन्होंने कहा कि फोटोकैटलिटिक एयर प्यूरीफायर सिस्टम से लैस नई वंदे भारत ट्रेन को कोविड सहित हवा से फैलने वाली सभी बीमारियों से मुक्त रखेगा। बता दें कि देश की यह सेमी-हाई स्पीड ट्रेन अगले कुछ समय में अहमदाबाद-मुंबई मार्ग पर चलने के लिए तैयार है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्रायल रन के परिणामों के बारे में कहा कि गुरुवार को वंदे भारत ट्रेन का तीसरा परीक्षण पूरा हो गया। इसने 0-100 किमी प्रति घंटे की स्पीड केवल 52 सेकेंड में पूरी की, जबकि बुलेट ट्रेन इस स्पीड को प्राप्त करने में 54. 6 सेकेंड का समय लेती है। इस नई सेमी हाई स्पीड ट्रेन की अधिकतम रफ़्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटा है। पुराने वंदे भारत की मैक्सीमम स्पीड 160 किमी प्रति घंटे है।
रेल मंत्री ने कहा कि आरामदायक सफर के लिए इस ट्रेन में कई खासियत हैं। सवारी और गुणवत्ता सूचकांक में सुधार हुआ है। इन मापदंडों पर रेलगाड़ी का स्कोर 3. 2 है जबकि वर्ल्ड लेवल पर सर्वश्रेष्ठ स्कोर 2.9 है। सफलता मिलने के पश्चात सभी 400 वंदे देश में सहित रेलवे की प्रीमियम दुरंतो, राजधानी, शताब्दी सहित अन्य ट्रेनों में इस स्कीम को लागू किया जाएगा। अपना अंतिम ट्रॉयल ट्रेन ने पूरा कर लिया है और जल्द ही इसके रूट और चलाने की घोषणा की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नई वंदे भारत अहमदाबाद-मुंबई के बीच में संचालन किया जा सकता है।