दिल्ली एनसीआर के इलाकों में तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों को संख्या में वृद्धि हो रही है। आंकड़ा यह दर्शाता है कि लोग प्रदूषण को लेकर भी अलर्ट हो रहे हैं। बच्चों के भविष्य की चिंता सताने लगी है। गौतमबुद्ध नगर में भी इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या को लेकर दिल्ली एनसीआर में सर्वे करने वाली कंपनी ने यमुना एक्सप्रेस पर 10 चार्जिंग स्टेशन निर्माण के लिए जरूरत बताई है। कंपनी ने बताया है कि दिल्ली एनसीआर में रहने वाले लोग दूसरे शहरों की यात्रा ज्यादा करते हैं लिहाजा फ्यूल की भी जरूरत होती है।
आने वाले समय में यमुना एक्सप्रेस-वे को इलेक्ट्रिक व्हीकल कॉरिडोर में बदला जाएगा। जरूरी ट्रायल का भी काम हो चुका है। चार्जिंग स्टेशन, सेवा और सहायता केंद्र की जरूरतों का पता लगाने के लिए कंपनी ने सर्वे का काम भी पूरा कर लिया है। बता दें कि इसी साल मई के महीने में यमुना एक्सप्रेसवे होते हुए इंडिया गेट से आगरा तक इलेक्ट्रिक व्हीकल का ट्रायल किया गया था जो सफल रहा था। सिंगल चार्जिंग में 340 किलोमीटर तक का सफर तय हुआ था। खबर ये है कि 20 दिसंबर से यमुना एक्सप्रेस वे पर इलेक्ट्रिक व्हीकल कॉरिडोर बनाने की योजना पर काम शुरू हो रहा है।
लोग शॉपिंग करते हुए मूवी देखते हुए इलेक्ट्रिक कार या अपनी स्कूटी को चार्ज करा सकेंगे। केंद्र सरकार इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन लगाए जाने की योजना पर काम कर रही है। ग्रेटर नोएडा में 100 इलेक्ट्रिक पहन चार्जिंग पॉइंट लगाए जाने की तैयारी है। बता दें कि अकेले गौतम बुद्ध नगर में 7000 इलेक्ट्रिक गाड़ियों का पंजीयन हो चुका है। रोजाना 15 से भी ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहन रजिस्ट्रेशन करा रही है।