भारत का दूसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे जल्द ही बनने जा रहा है इस दूसरे सबसे बड़े एक्सप्रेस-वे का नाम ‘गंगा एक्सप्रेस-वे’ होगा गंगा एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 594 किलोमीटर होगी। यह एक्सप्रेस-वे उत्तरप्रदेश के पश्चिमी हिस्सों को राज्य के पूर्वी हिस्सों से जुड़ेगा इस क्रम में यह एक्सप्रेस 7 राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ेगा। गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ जिले के बिजौली गांव से प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव के बीच बनेगा।
उत्तर प्रदेश सरकार ने किस बात की पुष्टि की है कि देश की दूसरी सबसे लंबी एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य इस साल सितंबर से शुरू किया जाएगा। इसकी घोषणा उत्तरप्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की है। राज्य सरकार की ओर से मिली जानकारी के अनुसार गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए 83 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। इस एक्सप्रेस वे की कुल लागत 36000 करोड़ है और इसे 26 माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
यह एक्सप्रेस-वे मेरठ जिले के जुड़े नेशनल हाईवे संख्या 334 पर बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव तक बनेगा। इस एक्सप्रेस वे से यूपी के मेरठ, हापुड़, संभल, बदायूं, उन्नाव, बुलंदशहर, प्रयागराज, शाहजहांपुर, हरदोई, अमरोहा, रायबरेली और प्रतापगढ़ जिले लाभान्वित होंगे। वहीं इस एक्सप्रेस-वे से करीब 519 गांव जुड़ेंगे।
गंगा एक्सप्रेस में के लिए प्रस्तावित योजना के अनुसार 6 लेन का निर्माण किया जाएगा जिसका विस्तार 8 लेन तक किया जा सकेगा। इस एक्सप्रेस वे से यात्रा करने पर यात्रा की समय अवधि आधी हो जाएगी। मौजूदा समय में दिल्ली और प्रयागराज के बीच यात्रा करने में 10-11 घंटे का समय लगता है जो घटकर सिर्फ 6-7 घंटे हो जाएगा। वहीं इस एक्सप्रेस वे के लिए रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे निर्धारित की गई है जो भारत की उच्च गति मानी जाती है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण के तहत गंगा नदी पर करीब एक किलोमीटर लंबा और रामगंगा नदी पर 720 मीटर लंबा दूसरा पुल प्रस्तावित है।