राजधानी पटना के बहुप्रतीक्षित सड़क परियोजना बीटा एलिवेटेड रोड के निर्माण की समस्याओं का निवारण आगामी महीने होने की उम्मीद है। पटना उच्च न्यायालय के आदेश के बाद राज्य के मुख्य सचिव की मौजूदगी में रेलवे, एनएचएआई और पथ निर्माण विभाग समस्याओं के निवारण में जुटे हुए हैं और निष्कर्ष के अंतिम पायदान पर हैं। रेलवे लगभग 22 एकड़ भूमि देने पर सहमत हो गया है। इसमें से करीब 10 एकड़ भूमि देने की रेलवे की तरफ से स्वीकृति मिल चुकी थी।
नए समझौते के बाद रेलवे की ओर से लगभग 12 एकड़ भूमि मिलने की प्रक्रिया शुरू होगी। सूत्रों के मुताबिक पटना हाईकोर्ट में सुनवाई की आने वाली तारीख पर सड़क परियोजना के ठोस समाधान के विषय में जानकारी उपलब्ध कराने की कवायद तेज है। फरवरी महीने में सबकुछ पर समझौता हो जाता है तो निर्माण एजेंसी के लिए फरवरी के अंतिम सप्ताह या मार्च के शुरूआत में ही निविदा जारी करने की उम्मीद है। नए समाधान को ढूंढने में परियोजना में लगभग 25 से 30 करोड़ रुपए की वृद्धि होने की उम्मीद जताई जा रही है।
बता दें कि पूर्व में इस परियोजना पर लगभग 3000 करोड़ रुपए राशि खर्च करने की योजना थी। एलिवेटेड रोड निर्माण होने से महज 20 मिनट में लोग दानापुर से बिहटा की दूरी तय कर सकेंगे। फिलहाल इसकी दूरी 20 किलोमीटर है। रोजाना लोगों को जाम की समस्या और कई मोड़ के चलते घंटों जूझना पड़ता है। अमूमन शादी के समय जाम की स्थिति और भी भयावह हो जाती है। इसके बनने से पटना से बक्सर आना-जाना भी सुलभ हो जाएगा।