बिहार स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया है कि पहले फेज में एम्स के भवन निर्माण हेतु 81.75 एकड़ भूमि एम्स को हस्तांतरित की जा रही है। दूसरे चरण में 20 और तीसरे चरण में 57 एकड़ भूमि हस्तांतरित की जाएगी। इसमें मिट्टी भराई का काम अंतिम दौर में है। तकरीबन 80 प्रतिशत मिट्टी भराई का काम हो चुका है। उम्मीद है कि मिट्टी भराई का कार्य 20 से 22 दिनों में पूरा हो जाएगा। पहले चरण में हस्तांतरित भूमि पर एम्स के लिए भवन निर्माण का काम शुरू करवाया जा सकता है।
वे शुक्रवार को समाहरणालय स्थित एनआइसी से मुख्य सचिव आमिर सुबाहनी के नेतृत्व में एम्स निर्माण को लेकर आयोजित उच्च स्तरीय मीटिंग में जानकारी दे रहे थे। अपर मुख्य सचिव ने पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण के जरिए कार्यों की तमाम जानकारी दी। मीटिंग में आनलाइन शामिल एम्स के कार्यकारी निदेशक डा. माधवानंद कार ने इस पर खुशी व्यक्त की। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि रेलवे लाइन के उस पार की भूमि से कनेक्टिविटी बनाने के लिए रेल ओवरब्रिज बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि एम्स को हस्तांतरित होने वाली भूमि से लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग का एसबीआई बैंक एवं एटीएम, क्वार्टर एवं भवन, पीएचईडी कार्यालयष आंगनबाड़ी केंद्र एवं गोदाम, कार्यपालक अभियंता भवन, एवं पीडब्ल्यूडी भवन को तोड़ा जा चुका है। सहायक बेंता थाना, पंप हाउस की जरूरत एम्स को पड़ेगी।
बैठक में कहा गया कि दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल के एनाटामी, बायोकेमेस्ट्री और फिजियोलाजी विभाग के भवन का जल्द निर्माण किया जाएगा। दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल के निर्माण के लिए 569 करोड़ मंजूर किए गए हैं। जल्द ही डीएमसीएच का भव्य एवं आकर्षक बिल्डिंग बनेगा। वहीं एम्स के कार्यकारी निदेशक के आवास हेतु पुलिस उप महानिरीक्षक के खाली पड़ी आवास को चिह्नित किया गया है। उनके यहां आवास की व्यवस्था रहेगी।