दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक दिसंबर 2016 को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण शुरू हुआ था। इसे 31 मई 2018 तक पूरा करने का लक्ष्य था। पांच मंजिलें वाली इस अस्पताल का 3 माले का काम पूरा हो गया है। लेकिन अभी सिर्फ ग्राउंड फ्लोर के रेडियोलॉजी विंग को ही हैंडओवर लिया गया है। आलम यह है कि कई प्रकार की मशीनें उपलब्ध होने के बाद भी डीएमसीएच में गंभीर बीमारियों से संबंधित आठ विभाग शुरू नहीं हो पा रहा हैं।
बता दें कि डीएमसीएच में प्रधान मंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत 150 करोड़ की राशि खर्च कर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण जारी है। बार-बार इसके ओपीडी को चालू होने का समय में विस्तार किया गया है। प्रिंसिपल डॉ. केएन मिश्रा ने जानकारी दी कि अभी चौथे और पांचवें मंजिलें का काम अधूरा है। 31 मार्च तक निर्माण पूरा करनी की बात एजेंसी ने कह रही है। डॉक्टरों व अन्य स्टाफ की मांग सरकार से की गई है। उम्मीद है कि अप्रैल माह से चालू हो सकता है।
मिली जानकारी के मुताबिक चौथे मंजिलें पर शौचालय, पानी, बिजली कनेक्शन का काम अब तक पूरा नहीं हुआ है। सीलिंग का काम जारी है। पांचवे फ्लोर पर फ्लॉस सिलिंग का काम शुरू था। ऑक्सीजन पाइपिंग का काम जारी है। मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर का निर्माण भी पूरा नहीं हुआ है। इस फ्लोर पर चालू नहीं हो सका है। फर्श का काम अब तक अधूरा है।
चार विभाग का संचालन इस अस्पताल में होना है। जिसमें रेडियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी, इनफर्टिलिटी, नेफ्रोलॉजी, वर्न प्लास्टिक सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी और कार्डियोलॉजी विभाग शामिल हैं। अभी तक सिर्फ न्यूरोलॉजी व कार्डियोलॉजी में 4 डॉक्टरों को नियुक्ति की गई है।
स्थानीय सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का गहन निरीक्षण कर शीघ्र स्वास्थ्य सेवा बहाल करने को लेकर बैठक की। वास्तु स्थिति से रूबरू होकर सांसद ने जल्द ही गंभीरता से पूरा काम करने का उचित दिशा निर्देश दिया। सांसद ने दूरभाष के माध्यम से केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण से संवाद की। उन्होंने ओपीडी सेवाएं सामान्य स्वास्थ्य सुविधा को शीघ्र बहाल करने का आग्रह किया। उन्होंने डीएम से भी इस संबंध में निरीक्षण कर सभी सुविधाएं जल्द बहाल करने के आदेश दिया।