दरभंगा के रमेश्वरी भारतीय मेडिकल साइंस इंस्टीट्यूट एंड आयुर्वेद अस्पताल को उच्च स्तरीय बनाने को लेकर जोरों शोरों से तैयारी शुरू हो गई है। एयरपोर्ट और एम्स के बाद दरभंगा को केंद्र और राज्य सरकार ने अब आयुर्वेद संस्थान का तोहफा दिया है। इस अस्पताल को हाईटेक किया जाएगा। कॉलेज और अस्पताल के भवन निर्माण में दो करोड़ की लागत आएगी। इसे 2 सालों में पूरा किया जाएगा। इसको लेकर शुक्रवार को टेंडर की अंतिम प्रक्रिया खत्म हुई।
मिली जानकारी के मुताबिक संवेदकों के तकनीकी दस्तावेज की जांच का काम संबंधित विभाग के अभियंताओं ने पूरा कर लिया है। अब केवल संवेदक को की ओर से डाली गई दर की जांच होना बाकी है। 5 मई को इसे पूरा होने की उम्मीद है।
भवन का निर्माण पूरा हो जाने के बाद दरभंगा फिजीशियन के साथ ही आयुर्वेद रोग उपचार के लिए भी जाना जाएगा। आयुर्वेद पद्धति से उपचार के लिए उत्तर बिहार के रोगियों को दूसरे जगह जाने की नौबत नहीं पड़ेगी। अस्पताल और कॉलेज के भवन निर्माण अन्य संयंत्र पर दो करोड़ पांच लाख की लागत आएगी। 120 छात्र-छात्राओं का दाखिला इस कॉलेज में होगा।
बता दें कि कॉलेज और हॉस्टल के भवन मां कामेश्वर सिंह आयुर्वेद हॉस्पिटल में रोगियों के लिए डेढ़ सौ बेड का अस्पताल निर्माण की योजना है। पांच मंजिला भवन में लिफ्ट की सुविधा भी होगी। इसके अलावा फायर डिटेक्शन, फायर अलार्म, सेनेटरी, सिविल वर्कस,चहारदिवारी, सिवरेज टी्रटमेंट प्लांट, बिजली, पलंबिग और सप्रेशन का काम पूरा किया जाएगा। मूल रूप से मेडिकल और नॉन मेडिकल फर्नीचर जैसी सामान उपलब्ध कराई जानी है। कॉलेज और अस्पताल में निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। गंभीर मरीजों के शोध हेतु अलग से भवन निर्माण होगा। यहां इसके लिए मास्टर डिग्री की पढ़ाई होगी।