राजधानी पटना के बाद दरभंगा में रिंग रोड निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दरभंगा में रिंग रोड निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को विस्तृत रिपोर्ट बनाने को कहा है। इसी साल केंद्र सरकार ने बिहार के चार शहरों में रिंग रोड निर्माण की सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। उसी के संबंध में बिहार सरकार के प्रस्ताव पर मुहर लगाते हुए केंद्र सरकार ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को भागलपुर, गया, दरभंगा और मुजफ्फरपुर में रिंग रोड निर्माण के लिए फिजिकलिटी रिपोर्ट तैयार करने को कहा था।
केंद्रीय मंत्री के साथ हुई बैठक में मुजफ्फरपुर दरभंगा के लाइनमैन को परमिशन दे दी गई थी, जबकि भागलपुर आ गया के एलाइनमेंट की परमिशन के पहले केंद्रीय टीम ने स्थल भ्रमण की बात कहीं। इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने हम सबसे पहले दरभंगा में रिंग रोड निर्माण के लिए डीपीआर बनाने को कहा है।
पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों के मुताबिक केंद्र सरकार ने हाल ही में राज्य सरकार को एक लेटर भेजा है। इसमें दरभंगा रिंग रोड के तहत डिलाही से शोभन तक बनने वाले सड़क के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने को कहा गया है। शहर के उत्तरी छोर में रिंग रोड का कार्य nh57 पूरा करेगा, जबकि पूर्वी तरफ आमस-दरभंगा जयनगर एक्सप्रेसवे रिंग रोड का कार्य करेगा। वहीं दक्षिणी और पश्चिमी छोर के लिए डिलाही से शोभन तक सड़क बनेगी। इसकी लंबाई तकरीबन 11 किमी है।
बिहार के प्राचीनतम शहरों में दरभंगा शुमार है और प्रदेश का पांचवा सबसे बड़ा शहर है। उत्तर बिहार में दरभंगा एकलौता ऐसा शहर है जहां एयरपोर्ट की सुविधा मौजूद है। यहां कोई रिंग रोड ना ही रहने की वजह से शहर में जाम की परेशानी हमेशा बनी रहती है। वहीं अन्य तीन शहरों में भागलपुर आज का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। गया एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, जबकि व्यवासियक गतिविधियों के दृष्टिकोण से मुजफ्फरपुर उत्तर बिहार का महत्वपूर्ण जिला है। इस शहर के रास्ते उत्तर बिहार के कई जिलों में आवाजाही होता है।