आने वाले कुछ महीने में दरभंगा एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग की सुविधा उपलब्ध होगी। बताया जा रहा है कि मार्च से पूर्व यह सुविधा उपलब्ध होगी। सीएटी-1 लाइटिंग सिस्टम के स्थापित होने से रात्रि के समय विमानों की आवाजाही होगी। साथ ही धुंध के महीनों और खराब रोशनी के दौरान भी फ्लाइटों का सुचारू आवाजाही संभव हो पाएगा। इसे विमानों की संख्या में बढ़ोतरी और नए शहरों से विमान सेवा शुरू होने में सुविधा होगी।
दरभंगा हवाईअड्डे पर रनवे के विस्तार एवं नाइट लैंडिंग फैसिलिटी की स्थापना हेतु एयरपोर्ट अथॉरिटी के द्वारा बिहार सरकार से मांगी गयी 24 एकड़ भूमि के अर्जन की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। इसमें 10 माह का वक्त लगा। दरभंगा एयरपोर्ट पर सिविल इनक्लेव के निर्माण हेतु एयरपोर्ट अथॉरिटी के द्वारा बिहार सरकार से मांगी गयी 54 एकड़ भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया तीव्र गति से चल रही है।
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जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने सोमवार को इस भूमि का प्रभार अधियाची अधिकारी संयुक्त सचिव, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग, राज्य सरकार को 24 एकड़ की बाकी जमीन 17.10 एकड़ भूमि सौंप दी, जिससे वे इसे बिहार सरकार के द्वारा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सौंप सकें। टोटल 60 करोड़ 27.56 लाख खर्च कर बनने वाली 24 एकड़ भूमि दरभंगा एयरपोर्ट के लिए मुहैया करा दी गयी है। बिहार सरकार ने इसका वहन किया है।
जिला भू अर्जन अधिकारी ने बताया कि बेलादुल्लाह मौजा की 0.25 एकड़ जमीन (94 लाख 3129 रुपये), वासुदेवपुर में 17.10 एकड़ जमीन (45 करोड़ 26 लाख 57047 रुपए) और बेला टुकड़ा नं-वन एवं टू, 6.65 एकड़ जमीन (प्राक्कलित राशि 14 करोड़ 6,95,800 रुपए) की टोटल राशि 60 करोड़ 27,55,976 रुपये हैं।