ड्राइविंग लाइसेंस किसी भी तरह का वाहन चलाने के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। इसके बिना कोई भी व्यक्ति ड्राइव नहीं कर सकता। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के दौरान इसके लिए सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद ही परिवहन विभाग द्वारा ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत किया जाता है। इसके लिए सबसे पहला मानक है कि आपको कार या मोटरसाइकिल चलाना आना चाहिए इसके बाद ही आप ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं।
वाहन चलाने आने के अलावा आपको परिवहन चिन्हों एवं परिवहन नियमों की अच्छी जानकारी होनी चाहिए। आवेदन के पहले चरण में लर्निंग लाइसेंस इश्यू करने के दौरान परिवहन नियमों एवं दिनों से जुड़े प्रश्न आवेदक से पूछे जाते हैं जवाब ना दे पानी की स्थिति में आवेदक का ड्राइविंग लाइसेंस आवेदन निरस्त कर दिया जाता है इसके अतिरिक्त कोई और मानक हैं जिनका पूरा होना अनिवार्य है।
ड्राइविंग टेस्ट के दौरान आवेदक को एक मुश्किल आकार के ट्रैक पर वाहन चलाकर अधिकारी को दिखाना होता है सामान्य तौर पर यह अंक ‘आठ’ आकार के ट्रैक पर गाड़ी चला कर दिखाना होता है यदि कोई परिवहन विभाग द्वारा निर्धारित पर वाहन चलाने में विफल होता है ऐसी स्थिति में ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत नहीं किया जाता है
ड्राइविंग के दौरान इंडिकेटर का प्रयोग काफी महत्वपूर्ण होता है जब भी कर लेना होता है तो इंडिकेटर्स का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए ड्राइविंग टेस्ट के दौरान जब भी आप ट्रैक पर वाहन घूम आए इस क्रम में इंडिकेटर का प्रयोग अवश्य करें ऐसा न करने पर आवेदक को ड्राइविंग के लिए सामान्य माना जाता है और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द कर दिया जाता है।
कलर ब्लाइंड एक अनुवांशिक समस्या है इसमें इंसान को रंगों को पहचानने में समस्या का सामना करना पड़ता है। ड्राइविंग के दौरान रंगों को पहचानना महत्वपूर्ण होता है। इसलिए ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत करने से पहले विभाग द्वारा कलर ब्लाइंड के कराया जाता है अगर आवेदक इसमें असफल होते हैं तो उनका आवेदन रद्द कर दिया जाता है।