महत्वाकांक्षी परियोजना जयनगर से जनकपुरधाम कुर्था तक होने वाली ट्रेन परिचालन पर एक बार फिर लेटलतीफी का बादल छा गया है। अब नेपाल पार्लियामेंट में नेपाल रेलवे एक्ट के प्रस्ताव पारित होने के पश्चात ही इंडोनेपाल मैत्री ट्रेन का परिचालन शुरू हो पाएगा। जयनगर के नेपाली स्टेशन स्थित इरकॉन के कार्यालय सभागार में दोनों देशों के शीर्ष अधिकारियों के औपचारिक बैठक के बाद यह जानकारी सामने निकल कर आई है।
बैठक में नेपाल रेलवे के डीजी दीपक भट्टराई से भारत के विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव सतीश शिवम के बातचीत हुई। इस दौरान नेपाल डीजी श्री भटराई ने खुलासा किया कि नेपाल के सदन में नेपाल रेलवे एक्ट के पारित होने के बाद ही परिचालन होगा अन्यथा परिचालन लंबित रहेगी।
उन्होंने बताया कि जल्द ही इस बिंदु पर संसद में बहस होनेवाली है। प्रस्ताव पास होने के बाद रेलवे एक्ट कानून बनने का काम होगा। तब जाकर पटरी पर ट्रेन दौड़ती हुई नजर आएगी। बातचीत के बाद दोनों देशों के शीर्ष अफसरों की टीम इंडोनेपाल ट्राइल रन ट्रेन से सफर कर जयनगर,जनकपुरधाम, कुर्था व बिजलपुरा तक रेल खंड व स्टेशनों का अवलोकन किया। विदेश मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी श्री शिवम ने जानकारी दी कि ट्रेन परिचालन के हिसाब से इंडोनेपाल पूरी तरह बनकर तैयार है। ट्रेनों का ट्रायल भी जारी है।
नेपाल सरकार के पार्लियामेंट में कानून पारित होने व हरी झंडी मिलते ही परिचालन शुरू हो जाएगा। बैठक में नेपाली रेलवे के जोनल मैनेजर निरंजन झा, इरकॉन के कार्यपालक निदेशक दिल्ली सुरेन्द्र सिंह, इरकॉन जीएम रवि सहाय व संबंधित आला अधिकारियों की मौजूदगी थी।