यूपीएससी की परीक्षा देश ही नहीं एशिया की सबसे मुश्किल परीक्षा मानी जाती है। यूपीएससी में सफलता पाने के लिए अभ्यर्थियों को सालों भर मेहनत और निरंतर मेहनत की जरूरत होती है। इसके बावजूद भी कई अभ्यर्थियों को निराशा हाथ लगती है। लेकिन कई ऐसे अभ्यर्थी भी होते हैं जो बिना कोचिंग क्लासेज के ही इस मुश्किल परीक्षा में सफलता हासिल कर प्रेरणा बन जाते हैं। ऐसे ही कहानी आईएएस अधिकारी यश जालुका की जिन्होंने छोटे से गांव से आकर यूपीएससी में कामयाबी पाई है।
यस झारखंड के धनबाद के झरिया के छोटे से गांव से आते हैं। इंटरमीडिएट की पढ़ाई बोकारो से पूरी की। फिर ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए दिल्ली चले गए। यहां से ही उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। वाणिज्य संकाय से पढ़ने के बाद भी यस ने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। बिना कोचिंग क्लासेज कहीं घर में रहकर उन्होंने तैयारी पर ध्यान दिया। पुरी समर्पण भावना के साथ तैयारी की और देशभर में चौथा स्थान लाकर कामयाबी की मिसाल पेश कर दी।
सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यस सलाह देते हैं कि सिलेबस के मुताबिक ही तैयारी करनी चाहिए। पढ़ाई के साथ नोट्स तैयार करें। बिना कोचिंग क्लासेज के ही सेल्फ स्टडी से इसकी तैयारी हो सकती है। यश ने अपनी तैयारी के दौरान इंटरनेट का भी खासा सहयोग लिया। यश अभ्यर्थियों को आंसर राइटिंग करने की भी सलाह देते हैं।