छपरा जंक्शन पर यात्रियों की सुविधा में विस्तार होने जा रहा है। इस जंक्शन पर 3 और नए प्लेटफार्म साल के आखिर यानी दिसंबर तक बनकर तैयार हो जाएंगे। करोड़ों रुपए खर्च कर बने प्लेटफार्म नंबर 6, 7 और 8 का निर्माण काफी तेजी से जारी है और अब केवल 20 फीसदी काम शेष है। रेलवे दो महीने में इस काम को पूरा कर लेगा। बता दें कि साल 2016 में ही प्लेटफार्म निर्माण को लेकर केंद्रीय मंत्री रह चुके और छपरा के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने तत्कालीन जीएम राजीव कुमार मिश्रा को रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव सौंपने को कहा था।
प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई और निर्माण कार्य शुरू हो गया। वाराणसी डिवीजन का छपरा जंक्शन पहला क्लास वन स्टेशन होगा जहां आठ प्लेटफार्म होगी। विदित हो कि छपरा जंक्शन से रोजाना 20 से 25 हज़ार पैसेंजर्स आते-जाते हैं। रेलवे को सबसे ज्यादा राजस्व छपरा जंक्शन से प्राप्त होता है। इसी को देखते हुए रेलवे ने यात्री सुविधा भी समय-समय पर बढ़ाई है।
बता दें कि बिहार के रेलवे स्टेशनों पर लगातार विकास के नई-नई काम हो रहे हैं। जंक्शन से लेकर छोटे-छोटे स्टेशनों पर स्थिति बदलने की कवायद पिछले कई सालों से शुरू है। पटना जंक्शन और हाजीपुर जंक्शन का पुनर्विकास करने के बाद मुजफ्फरपुर जंक्शन का पुनर्विकास को लेकर काम शुरू हो गया है।