यह जानकर आपको भी हैरानी होगी ऐसी कंपनी जहां कर्मचारियों को सैलरी पर नहीं कंपनी के शेयर में हिस्सेदारी है। दो तिहाई कर्मचारी कम्पनी के शेयर होल्डर हैं। कंपनी के 500 कर्मचारी आज करोड़पति हैं। कहानी आईटी सेक्टर की कंपनी फ्रेशवर्क्स इंक के फाउंडर और सीईओ गिरीश मातृभूतम की है। गिरीश ने कंपनी की स्थापना बीएमडब्ल्यू खरीदने के लिए नहीं हर कर्मचारी के पास बीएमडब्ल्यू हो इसके लिए उन्होंने इसकी शुरुआत की।
बुधवार को अमेरिकी एक्सचेंज नैसडैक पर फ्रेशवर्क्स इंक ने शानदार एंट्री की। 500 कर्मचारियों को कंपनी ने अपने करोड़पति बना दिया। 30 ऐसे कर्मचारी है जिनकी उम्र 69 से कम है। इसी के साथ नैस्डेक में शुमार होने वाली भारत की पहली सॉफ्टवेयर यूनिकॉर्न कंपनी बन गई है। 12 अरब डॉलर के ऊपर कंपनी का मार्केट कैप पहुंच गया है।
भारतीय स्टार क्रिकेटर रविचंद्रन अश्विन के साथ गिरीश मातृभूतम एक इंटरव्यू में कहते हैं। गिरीश के पिता बैंक कर्मी है, सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करने का खास अनुभव है। लिहाजा कर्मचारियों की सोच से अच्छी तरह वाकिफ है। कंपनी की सफलता का क्रेडिट अपने कर्मचारियों को देते हुए कहते हैं, ‘मैं कर्मचारियों के योगदान के लिए उनका शुक्रगुजार हूं। मेरा मानना है कि फ्रेशवर्क्स को बनाने में केवल मेरी भूमिका नहीं है, हम सब मिलकर इसे बना रहे हैं।’
मातृभूतम तमिल सुपरस्टार रजनीकांत के जबरा फैन हैं। गिरीश रजनीकांत की कोई फिल्म देखने से नहीं चूकते। रजनीकांत की फिल्म देखने के लिए गगिरीश अपने कंपनी के सभी कर्मचारियों के लिए चेन्नई में पूरी हॉल की बुकिंग कर लेते हैं। गिरीश ने अपने आईपीओ प्रोजेक्ट का नाम सुपरस्टार रखा था।
सेल्स मॉडल पर आधारित इस कंपनी ने शानदार काम किया है, इसके सॉफ्टवेयर को यूज करना भी आसान है। किसी चीज की जानकारी आसानी से ली जा सके इसके लिए कंपनी ने अपना कस्टमर केयर कॉल सपोर्ट भी बनाया है। विश्व के कोने-कोने में कंपनी का ऑफिस खुल रहा है पेरिस, नीदरलैंड्स और फ्रांस में भी है।