मंगलवार को “उत्तर बिहार का लाइफलाइन” महात्मा गांधी सेतु पर भीषण जाम से लोग जूझते रहें। इस बीच शुभ समाचार है कि जल्द ही गांधी सेतु के पूर्वी लेने से गाड़ियां सरपट दौड़ती नजर आएगी। राजधानी आने-जाने में लोगों को अब जाम की समस्या से निजात मिल जाएगा। युद्ध स्तर पर राजधानी को उत्तर बिहार से जोड़ने वाली महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी लेन का निर्माण युद्ध स्तर पर जारी है। तकरीबन सौ की संख्या में इंजीनियर, सुपरवाइजर और एक हजार कर्मी निर्माण कार्य में भीड़े हुए हैं।
बता दें कि 46 पायों वाले इस पुल के 36 पायों का सुपर स्ट्रक्चर जंगरोधी स्टील से बनकर तैयार हो गया है। 13 स्पैन पर स्लैब का काम भी हो चुका है। मिली जानकारी के मुताबिक सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो इसी साल के मई महीने से गांधी सेतु के पूर्वी लेन पर गाड़ियों का आवागमन शुरू हो जाएगा। गौरतलब हो कि मार्च 2022 तक इसे पूरा करना था लेकिन गंगा का जलस्तर वृद्धि होने के चलते कार्य प्रभावित रहा। फिलहाल महात्मा गांधी सेतु के नवनिर्मित पश्चिमी लेन से गाड़ियों का आवागमन जारी है।
नेशनल हाईवे संख्या 30 और 19 को जोड़ने वाले इस पचलते,र गाड़ियों का लोड अधिक व खराब होने और ओवरटेक के वजह से जाम की समस्या से लोग जुझते रहते हैं। बता दें कि पुल के दोनों और साढ़े तीन फीट चौड़ा फुटपाथ का निर्माण होगा। पैदल यात्रियों के आने जाने के लिए सेतु के दोनों तरफ 2 मीटर चौड़ा फुटपाथ रहेगा और एलईडी लाइट लगाई जाएंगी। ( इस आर्टिकल में चित्रों का प्रयोग सांकेतिक रूप में किया गया है।)