उत्तर बिहार का लाइफ लाइन कहे जाने वाले गांधी सेतु के पूर्वी लेन पा बहुत जल्द गाड़ियां सरपट दौड़ती हुई नजर आएगी। इसके लिए इन दिनों युद्ध स्तर पर काम जारी है। गांधी सेतु के पूर्वी लेन की 45 में से 39 स्पैन की ढलाई का काम पूरा हो चुका है बाकी के छह की ढलाई की कवायद शुरू है। जिन 39 स्पैन की ढलाई पूरी हो चुकी है, उन सभी के फुटपाथ और यूटिलिटी कॉरिडोर का निर्माण भी पूर्ण हो चुका है।
मिली जानकारी के मुताबिक, उनमें 16 की पीचिंग भी पूरी हो गई है और नौ का मिस्टिक वर्क भी पूरा हो गया है। 1.2 मीटर ऊंचा क्रैश बैरियर का निर्माण चल रहा है और 45 में से 29 स्पैन पर इसे लगाने का काम पूरा हो चुका है। कुल मिलाकर देखा जाए तो गांधी सेतु के पूर्वी लेन का काम अंतिम चरण में है। कहा जा रहा है कि मई तक निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा और गाड़ियों का परिचालन शुरू हो जाएगा।
गांधी सेतु के 45 में से 39 स्पैम की ढलाई व 16 की पिचिंग पूरी ।
425 किमी लंबाई में इस साल शुरू होगी 10 सड़कों की निर्माण प्रक्रिया ।#BiharRoadConstructionDept pic.twitter.com/x3pxGw5VIB— RoadConst Dept Bihar (@RCD_Bihar) March 21, 2022
बता दें कि पिलर नंबर एक से 21, 26 से 41 और 42 से 46 तक की ढलाई का काम पूरा हो गया है। पिलर नंबर एक से 19, 26 व 27 से 36 और 42 से 46 तक क्रैश बैरियर तैयार हो गया है। वहीं पिलर संख्या एक से 16 तक पीचिंग का काम पूरा हो गया है। जबकि पिलर नंबर एक से आठ तक मास्टिक का काम पूरा हो गया है।
गांधी सेतु के पूर्वी लेन शुरू हो जाने से उत्तर बिहार से राजधानी पटना का सफर आसान हो जाएगा। फिलहाल पश्चिमी लेने से ही गाड़ियों का आना-जाना होता है, जिससे अक्सर जाम की समस्या बनी रहती है। पूर्वी लेन शुरू हो जाने के सफर और आसान हो जाएगा और जाम से मिलेगी मुक्ति।