पटना में परिवहन कॉम्प्लेक्स का निर्माण पिछले एक महीने से काफी तेजी से किया जा रहा है। पहले चरण का काम सितंबर महीने के आखिर तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। इसमें बनने वाले भवनों में डीटीओ ऑफिस का नया दफ्तर, बीएसआरटीसी का बस टर्मिनल और मुख्यालय शामिल है। इसके बाद परिवहन कांपलेक्स में शिफ्ट होने की प्रक्रिया शुरू होगी और और अक्टूबर के आखिर तक इनके परिवहन कांपलेक्स में पूरी तरह शिफ्ट हो जाने की उम्मीद है।
परिवहन विभाग और बीएसआरटीसी के कर्मियों और अधिकारियों के लिए 42 फ्लैटों का निर्माण सितंबर महीने के आखिर तक पूरा हो जाएगा। इससे यह काम करने वाले अधिकारियों एवं कर्मियों को रहने में भी सुविधा होगी। फिलहाल बीएसआरटीसी के सेंट्रल वर्कशॉप का निर्माण जारी है। लेकिन इसका काम अक्टूबर के अंत तक होगा। उम्मीद है कि नवंबर से यह चालू हो जाएगा।
बता दें कि फुलवारी डीपो के पुराने वर्कशॉप की जगह परिवहन कंपलेक्स का निर्माण हो रहा है। निगम की उन खराब बसों को बनाने का काम किया जाएगा, जो डिपो मंडल में नहीं बन पाती है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक बसों के चार्जिंग के लिए 5 पॉइंट बनाए गए हैं। इलेक्ट्रिक बसों के अलावे परिवहन कंपलेक्स को जगदेव पथ के नजदीक बेली रोड से जोड़ने के लिए 18 मीटर लंबा सड़क अक्टूबर के अंत तक तैयार हो जाएगा।
परिवहन कंपलेक्स बन जाने से बिस्कोमान भवन से डीटीओ शिफ्ट हो जाएगा, वॉइस सुल्तान पैलेस से परिवहन विभाग का दफ्तर भी शिफ्ट हो जाएगा। लोगों को सबसे ज्यादा असर बांकीपुर बस स्टैंड के शिफ्ट होने से होगा। बस पकड़ने के लिए लोगों को गांधी मैदान सरकारी बस पड़ाव के जगह अब परिवहन कंपलेक्स, फुलवारीशरीफ जाना होगा।
बता दें कि तकरीबन 166 करोड़ रुपए की लागत परिवहन कंपलेक्स के निर्माण में आ रही है। शुरू में इसका निर्माण 22 एकड़ में किया जाना था, लेकिन सरकार ने 4 महीने पहले इसमें से दो एकड़ जमीन पटना एयरपोर्ट को पैरेलल टैक्सी ट्रैक निर्माण के लिए दे दी। अब 20 एकड़ में कंपलेक्स का निर्माण चल रहा है। इसका निर्माण जून, 2022 तक पूरा हो जाना था। मगर कोविड के चलते निर्माण कार्य में बाधा हुई। इसके वजह से निर्माण पूरा होने में अब 4 महीने की देरी होगी।