द्वितीय श्रेणी के डिब्बों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए रेलवे एक नई सौगात देने जा रही है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो रेलवे बहुत जल्द जनरल डिब्बों को एसी डिब्बों में बदलेगी। लंबी दूरी सफर तय करने वाले ट्रेनों में जनरल कोच यानि द्वितीय श्रेणी के डिब्बों को एसी कोच में बदलने का विकल्प रेलवे तलाश रही है। अगर ऐसा होता है तो निम्न श्रेणी के यात्री भी कम पैसे में एसी कोच में आरामदायक सफर कर सकेंगे।
टीओआई की रिपोर्ट की माने तो इन एसी कोच में 100 से 120 यात्रियों की बैठने का बंदोबस्त होगा। निम्न श्रेणी के यात्री भी एसी कोच में सफर कर सकें इसलिए किराया कम रखा जाएगा। ये डिब्बे पूरी तरह से रिजर्व होंगे और इनमें स्वचालित बंद होने वाले दरवाजे रहेंगे। सूत्रों के हवाले से खबर है कि रेल मंत्रालय इस पहल पर गहन विचार-विमर्श कर रही है। पहले एसी जनरल क्लास के कोच का निर्माण पंजाब के कपूरथला स्थित रेलवे कोच फैक्ट्री में किए जाने की संभावना जताई जा रही है।
बता दें कि राजधानी, शताब्दी और वंदे भारत जैसी स्पेशल ट्रेनों में कोरोना काल के पहले से ही अनारक्षित सामान्य डिब्बे थे लेकिन अब ऐसे सभी कोच रिजर्व डिब्बों के रूप में चलते हैं। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आम यात्री किफायती किराए पर आरामदायक सफर कर सकें। यह रेलवे की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। द्वितीय श्रेणी के डिब्बों को एसी में बदलने से यात्रियों के साथ-साथ रेलवे की भी स्थिति सुदृढ़ होने की उम्मीद है।