मगध प्रमंडल इलाके के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल में शीघ्र ही ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन प्लांट चालू होने वाला है। मौजूदा समय में जिस जगह ब्लड बैंक है उसी में यह भी यूनिट शुरू होगा। इसके लिए तमाम तरह की तैयारियां कर ली गई है। सिर्फ एक टीम द्वारा निरीक्षण होने के बाद प्रमाणपत्र देना है।
इस विशेष यूनिट के चालू होने से मेडिकल अस्पताल में एनीमिया (खून की कमी) से पीड़ित रोगियों को सीधा लाभ होगा। इन रोगियों को पीआरबीसी (पैक्ड रेड ब्लड सेल ) दिया जा सकेगा। फिलहाल इस तरह की सुविधा मेडिकल में नहीं है। फिलहाल एनीमिया, हिमोफिलिया, थैलेसीमिया व रक्त के दूसरे जरूरतमंद रोगियों को पूरा ब्लड ही दिया जा रहा है। जबकि इस कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट में ब्लड में मौजूद विभिन्न प्रकार के तत्वों को अलग-अलग करने की सुविधा है। एक ही ब्लड को कई रोगियों के लिए उपयोगी बनाया जाएगा।
बता दें कि डेंगू, ए प्लास्टिक एनीमिया, लीवर व स्पलीन से जुड़ी हुई बीमारी में अमूमन लेटलेटस चढ़ाने की आवश्यकता होती है। ऐसे में सेपरेशन यूनिट के सहारे मरीजों को डायरेक्ट प्लेटलेटस या प्लाज्मा भी उपलब्ध कराया जा सकेगा। वहीं हिमोफिलिया यानी वैसे रोगी जिनका रक्तस्त्राव नियंत्रण करने में दिक्कत होती है उन्हें इस यूनिट के माध्यम से क्रायोपीसेपेटेड भी दिया जा सकेगा। ऐसी सुविधा सभी ब्लड में मौजूद होते हैं। जिसे अत्याधुनिक मशीनों की मदद से अलग-अलग किया जा सकेगा
मगध मेडिकल अस्पताल, गया के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ दिलीप पांडे ने बताया कि मेडिकल अस्पताल में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट शुरू करने की तैयारी शुरू है। निरीक्षण के लिए शीघ्र ही एक टीम आने वाली है। लाइसेंस मिलने के बाद यह चालू हो जाएगा। यूनिट के लिए अनेकों किस्म के यंत्र लाए गए हैं। यहां आने वाले मरीजों को पूरा ब्लड दे दे दिया जाता है। यूनिट शुरू हो जाने के बाद विभिन्न बीमारी के रोगियों को यहां से सीधा लाभ मिल सकेगा।