खगड़िया के लोगों के लिए अच्छी खबर है। अब यहां के लोगों को खगड़िया और महेशखूंट के पश्चिमी केबिन पर लगने वाले जाम की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। बता दें कि 95.80 करोड़ खर्च कर खगड़िया के पश्चिमी केबिन पर एवं 49.81 करोड़ खर्च कर महेशखूंट में आरओबी का निर्माण किया जाएगा। अभी निविदा की प्रक्रिया में ये दोनों काम है। हर हाल में इसका निर्माण कार्य इस साल शुरू हो जाएगा। शनिवार को शहर के एक होटल में मीडिया से मुखातिब होते हुए ये तमाम बातें स्थानीय सांसद चौधरी महबूब अली कैसर ने कहीं।
सांसद ने कहा कि कोविड के दौरान खगड़िया सदर अस्पताल में कई लोगों की मौत हो गई। जिसका सरकार को खेद है। स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार लाने हेतु सरकार चिंतित है। इसी का परिणाम है कि सीएसआर कोष से खगड़िया को आईसीयू की सौगात मिली है। उन्होंने कहा कि 50 लाख रुपए खर्च कर आईआरसी के तरफ से 25 बेड की क्षमता वाले बेड का निर्माण होगा। हर हाल में इस साल यह कार्य को पूरा किया जाएगा।
सांसद ने कहा कि चार सैनिक स्कूल पूरे देश में खोले जाने हैं। भैया अपने स्तर से संपूर्ण कोशिश कर रहे हैं कि एक स्कूल कम से कम खगड़िया को मिल जाए। उन्होंने कहा कि कभी पिछड़ा इलाका कहे जाने वाले फरकिया व दियारा का क्षेत्र का तेजी से कायाकल्प हो रहा है। सोनमनकी में बागमती नदी पर पुल निर्माण होने से फरकिया के बड़ी आबादी को फायदा हुआ है। पुलिस, मेडिकल टीम आदि को हादसे होने पर अब घटना स्थल पर पहुंचने में आसानी होती है। वहां के आमजनों का मुख्यालय आना-जाना सुलभ हो गया है।
बता दें कि रोजाना महेशखूंट पश्चिमी केबिन ढाला पर रेलवे फाटक बंद रहने की वजह से जाम की समस्या उत्पन्न होती है, और लोगों को घंटों जूझना पड़ता है। कटिहार-बरौनी रेलखंड बेहद बिजी रेलवे रूट है। हर आधे घंटे पर ट्रेन आने से 10 से 20 मिनट के लिए रेलवे फाटक बंद हो जाता है और मिनटों में गाड़ियों की लंबी कतार लग जाती है। रोजाना की समस्या से आम लोग बेहद परेशान हैं। महेशखूंट-अगुवानी स्टेट हाईवे आवागमन के दृष्टिकोण से बेहद व्यस्त और महत्वपूर्ण सड़क है। मगर रेलवे ओवरब्रिज ना होने से महेशखूंट से आगे निकलने में गाड़ियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।