आखिरकार मालपा घाट स्थित बागमती नदी पर पुल निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। बीते 2 सप्ताह से निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। पुल निर्माण कार्य की जिम्मेदारी ग्रामीण कार्य विभाग मंडल गोगरी को दी गई है। पुल निर्माण को साल 2020 में ही स्वीकृति मिली थी लेकिन विभाग द्वारा नोटिस किए जाने के बाद लंबे समय के बाद एक बार फिर निर्माण प्रक्रिया शुरू हो गई है बहुत जल्द पुल बनाए जाने की संभावना दिख रही है।
मालपा और रोहियार गांव के बीच बागमती नदी पर बनने वाले पुल की लंबाई 345 मीटर है जिसमें 13 पाया का निर्माण होना है। हर 25 मीटर पर दूसरे पाया का निर्माण करना है। पुल के दोनों तरफ एप्रोच पथ का निर्माण करने की भी योजना है। साल 2020 में टेंडर के समय 7 करोड़ 52 लाख रुपए की राशि को मंजूरी मिली थी लेकिन बाद में रिवाइस स्टेटमेंट के बाद इसे बढ़ाकर 28 करोड़ रुपए कर दिया गया था।
बता दें कि रिवाइज स्टीमेट की प्रशासनिक स्वीकृति भी 24 सितंबर 2020 को ही मिल गई। निर्माण कार्य में विलंबता को संज्ञान में लेते हुए विभाग ने संवेदक को नोटिस भी जारी किया था। मालपा शिव मंदिर के निकट पुल निर्माण को लेकर कैंप का निर्माण किया गया है। बाढ़-बरसात के कारण कार्य में देरी हुई है। पाया निर्माण को लेकर सेंट्रिग का कार्य शुरू है। इसके बाद पाइलिन का कार्य शुरू किया जाएगा। पुल के निर्माण होने से सबसे बड़ा फायदा किसानों को होने वाला है।