कोईलवर-छपरा फोरलेन सड़क की जल्द ही स्थिति बदलेगी। इससे लोगों को जगह जगह पर होने वाले सड़क दुर्घटनाओं से निजात मिलेगी। इस रोड पर ओवरलोड बालू लदे गाड़ियों के आवागमन ऊपरी परत उखड़ गई है और बड़े-बड़े गड्ढे जगह-जगह हो गए हैं। गड्ढों के वजह से एक लेन पर हल्के गाड़ियों का परिचालन संभव नहीं है और और इन दिनों इस पर लोग जाम की समस्या से जूझते रहते हैं।
सड़क को दुरुस्त करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को पथ निर्माण विभाग ने भेजा है। विभाग के कार्यपालक अभियंता जितेंद्र कुमार बताते हैं कि सरकार द्वारा सड़क के निर्माण हेतु प्रस्ताव मांगा गया था। आरा से छपरा तक निर्माण होने वाले 28 किलोमीटर लंबी सड़क के लिए 73 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भेजा गया है। अप्रैल के आखिर तक इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलेगी। इसके बाद टेंडर निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक रहा तो अक्टूबर महीने से ही सड़क निर्माण का काम शुरू हो जाएगा।
बता दें कि कोईलवर से छपरा की ओर जाने वाली फोरलेन सड़क की जर्जर हालात हैं। जगह-जगह सड़क पर गड्ढे होने से दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है। छोटे गाड़ी, बाइक और साइकिल से यात्रा करने वाले लोगों को काफी जद्दोजहद करना पड़ता है। यहां के स्थानीय हीरा लाल गुप्ता बताते हैं कि कोईलवर छपरा फोरलेन सड़क जमालपुर बाजार से लेकर डोरीगंज थाना के बलवन टोला गांव तक सड़क की दयनीय स्थिति है। उन्होंने बताया कि लोग काफी परेशान होते हैं और इससे सड़क दुर्घटना होती रहती है। बालू और धूल से स्थानीय लोग दिन भर परेशान रहते हैं।
बता दें कि फोरलेन रोड का डिवाइडर कोईलवर से लेकर बलवन टोला तक जर्जर स्थिति है। डिवाइडर टूटने के वजह से बालू लदे ट्रैक्टर इधर-उधर भागते रहते हैं। इससे भी सड़क दुर्घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है। यहां के लोग बताते हैं कि लगभग आठ महीने पूर्व फोरलेन रिपेयरिग का काम किया गया था। इसके बाद फिर से सड़क गड्ढों में तब्दील हो गया है।