बीपीएससी 65 वीं के अंतिम रिजल्ट की घोषणा हो चुकी है। कुल 422 उम्मीदवारों ने सफलता पाई है, टॉप किया है रोहतास के गौरव ने। भागलपुर के कनिष्क ने 35 वी रैंक हासिल कर सफलता हासिल की है। इंजीनियरिंग करने के बाद प्राइवेट नौकरी फिर भागलपुर में रहकर तीन साल की तैयारी और बीपीएससी ट्रेक कर डीएसपी बनने तक की कनिष्क की कहानी रोचक रही है।
मूल रूप से पूर्वी चंपारण के मोतिहारी से आने वाले कनिष्क के पिता सरकारी नौकरी से रिटायर्ड हैं। शुरुआती पढ़ाई मोतिहारी में हुई फिर कनिष्क ने इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन ब्रांच से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। कुछ दिन प्राइवेट नौकरी की। नौकरी से असंतुष्ट थे लिहाजा उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला लिया फिर इसी दौरान साल 2015 में सुप्रिया से शादी हो गई। सुप्रिया असिस्टेंट प्रोफेसर है और भागलपुर में नियुक्ति है। इसलिए कनिष्क भी भागलपुर में ही रह कर बीपीएससी की तैयारी करने लगे।
बीपीएससी परीक्षा के पहले प्रयास में ही कनिष्क ने सफलता पा ली थी, लेकिन अपने रैंक से खुश नहीं थे। लिहाजा तैयारी जारी रखी। बीपीएससी की परीक्षा दी और इस बार के घोषित नतीजे में 35 वी रैंक हासिल कर कनिक्स ने सफलता हासिल की। कनिष्क अब डीएसपी बनेंगे। अन्य छात्रों के लिए कनिक्स कहते हैं, कि हमें असफलता के परवाह किए बगैर निरंतर मेहनत करती रहनी चाहिए।