अगर किसी का कोई समान चोरी हो जाए तो वह उसके मिलने की उम्मीद हीं छोड़ देता है। कितनी बार ऐसा हुआ है कि आपका सामान चोरी हो जाने के बाद पुलिस में आपने शिकायत दर्ज की और पुलिस आपका सामान को ढूंढकर लौटा दे? खास तौर पर जब आपका फोन चोरी हो गया हो। कई बार तो पुलिस ऐसे मामलो के आवेदन भी स्वीकार नहीं करते है। लेकिन जब आप भोजपुर जिले की एक पुलिस का कारनामा सुनेंगे तो आप हैरान रह जाएंगे कि यह तो कमाल हो गया। जिले के एसपी विनय तिवारी के आने के बाद लोगों को सरप्राइज मिला है। आपको बता दें कि यहाँ पिछले चार महीने के दौरान पुलिस ने चोरी हुए एक-दो नहीं बल्कि पूरे 94 मोबाइल को ढूंढकर उसके असली मालिक को सौंपा है। गुरुवार की शाम एसपी कार्यालय में 34 लोगों को उनके चोरी हुए मोबाइल को वापस किया गया है।
एसपी विनय तिवारी ने बताया कि अपराध की रोकथाम के लिए लगातार कई प्रयास किए जा रहे हैं। मोबाइल फोन गुम होना, उनकी चोरी, लूट, छीनाई की घटनाएं यह आम बात हो गई हैं। सबसे गंभीर बात यह है कि अपराधी ऐसे मोबाइल का इस्तेमाल आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए करते हैं। पुलिस द्वारा मामला संज्ञान में आते ही एक विशेष टीम का गठन कर खोए हुए मोबाइल फोन की बरामदगी के लिए छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। विशेष टीम द्वारा सर्विलांस के जरिए तकनीकी मदद एवं संबंधित थाना के सहयोग से चार महीने के अंदर करीब 94 मल्टी मीडिया मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। इस साल ही 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एसपी के द्वारा इस अभियान की शुरुआत की गई थी।
इन्हें लौटाए गए मोबाइल
पुष्कर सिंह, दीनदयाल ङ्क्षसह, मुकेश कुमार, रितेश कुमार,हरेंद्र यादव, मंतोष पासवान, ज्योतिश कुमार, दीपक प्रकाश राजेंद्र साह, ताकेश्वर प्रसाद, जय प्रकाश सिंह, दीपक कुमार, वीरेंद्र कुमार, बृज बिहारी यादव, कृष्ण कुमार, ओम प्रकाश शर्मा, नौशाद, सत्यवीर कुमार सिंह, ब्रजेंद्र कुमार सिंह, मो. इरफान, संजय कुमार, दीपक ठाकुर, सत्येन्द्र कुमार व विनोद मेहरा आदि।
मोबाइल बरामदगी में इनकी रही भूमिका
टाउन इंस्पेक्टर शंभू भगत, दारोगा, मुफस्सिल सुशांत कुमार, दारोगा ,गजराजगंज चंदन कुमार, दारोगा,टाउन थाना दीपक कुमार, दारोगा कोईलवर राजीव कुमार, डीआईयू सिपाही अमित कुमार