भारत में इंटरनेट सेवाएं बहाल करने के उम्मीद लगाए बैठे एलन मस्क के मंसूबों पर पानी फिर गया है। बीते दो दिन पहले ही भारत सरकार ने अमेरिकी अरबपति व्यवसायी एलन मस्क की इंटरनेट कंपनी ‘स्टारलिंक’ की सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें कि ‘स्टारलिंक’ मस्क की कंपनी ‘स्पेस एक्स’ की एक इकाई है, जो ‘लो अर्थ ऑर्बिट’ सैटेलाइट के ज़रिए ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की मानें तो शुक्रवार को देर शाम भारत सरकार ने एक बयान जारी करके कहा है कि स्टारलिंक को भारत में तत्काल प्रभाव से इंटरनेट सेवाएं बुक करने एवं सेवाएं देने पर प्रतिबंध लगाया जाता है। गौरतलब हो कि भारत में स्टार्ले कंपनी के कंट्री डायरेक्टर संजय भार्गव ने सोशल मीडिया पर एक बयान देते हुए कहा था कि भारत में उनकी सेवा का इस्तेमाल करने के लिए 5000 से ज्यादा लोगों ने अग्रिम बुकिंग करा ली है। उन्होंने कहा था कि कंपनी भारत के सुदूर इलाकों में ब्रॉडबैंड सेवाएं देने के लिए काम करना चाहती है।
It is noticed that M/s #Starlink (https://t.co/xscnDS4Cnn) has started pre-selling/booking of #satellite based #Internet Services in India without any #license/authorization.
Public is advised not to subscribe to Starlink services being advertised. #GatiShakti #spacex @SpaceX— DoT India (@DoT_India) November 26, 2021
स्टारलिंक की योजना थी कि भारत में दिसंबर 2022 तक 2 लाख डिश टर्मिनलों के माध्यम से इंटरनेट ब्रॉडबैंड सेवा की शुरुआत की जाए। बता दें कि सेटेलाइट इंटरनेट सेवा के लिए स्पेक्स ने 1700 सैटेलाइट अंतरिक्ष में स्थापित कर लिए हैं। आने वाले समय में लाखों सैटेलाइट को स्पेस में लॉन्च करने की योजना है।
केंद्र सरकार के दूरसंचार विभाग ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा है कि स्टारलिंग को भारत में सेटेलाइट इंटरनेट सेवाएं बहाल करने के लिए लाइसेंस नहीं मिला है। बयान में जनता को सब्सक्रिप्शन ना लेने का भी सलाह दिया गया है। सरकार ने कंपनियों को नियमों का पालन करते हुए जरूरी लाइसेंस करने की प्रक्रिया पूरी करने को निर्देश दिया है।