कर्ज के बोझ में डूबी एयर इंडिया को टाटा ने खरीदने के बाद एक और सरकारी कंपनी की बागडोर संभालने जा रही है। मंगलवार की शाम को टाटा स्टील के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर और प्रबंध निदेशक टी वी नरेंद्रन ने कहा है कि चालू तिमाही के आखिर तक कंपनी नीलांचल इस्पात निगम लिमिटेड को अधिग्रहण कर लेगी। एनआईएनएल का यह अधिग्रहण टाटा स्टील के लिए एक बड़े उत्पाद कैंपस को तैयार करने के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। बताते चलें कि एनआईएनएल चार सीपीएसई और ओडिशा सरकार के दो राज्य पब्लिक उपक्रमों का जॉइन्ट वेंचर है।
मंगलवार को मीडिया से मुखातिब हुए नरेंद्रन ने कहा कि वर्तमान वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एनआईएनएल का अधिगहण पूर्ण हो जाएगा और और हम अपने हाई रेट वाले खुदरा व्यापार विस्तार को बढ़ावा देने के मकसद से इसे तेजी से बढ़ाएंगे। बता दें कि 31 जनवरी को टाटा स्टील ने ओड़िशा की इस्पात बनाने वाली कंपनी एनआईएनएल की 12,100 करोड़ रुपये में 93.71 फीसद शेयर खरीने के लिए बोली जीतने का ऐलान किया था।
बता दें कि ओडिशा के कलिंगनगर में एनआईएनएल का 1.1 एमटी की क्षमता वाला एक इंटीग्रेटेड स्टील यूनिट है। प्लांट 2020 के 30 मार्च से बंद है और यह भारी घाटे में चल रही है। कंपनी के ऊपर गत वर्ष 31 मार्च को 6600 करोड़ से ज्यादा का कर्ज हैं इसमें प्रमोटरों का 4116 करोड़, बैंकों का 1714 करोड़ व आना कर्मचारियों और लेनदारों का बकाया शामिल है। कंपनी की संपत्ति माइनस में 31 मार्च 2021 तक 3,487 करोड़ एवं संचित घाटा 4,228 करोड़ था।