हाल ही में बिहार के उद्योग विभाग ने दिल्ली में इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया जिसमें राज्य को टेक्सटाइल, सीमेंट और लॉजिस्टिक सहित दूसरे सेक्टर में निवेश के बड़े प्रस्ताव आए हैं। केवेंटर्स एग्रो ने घोषणा की है कि बिहार में 600 करोड़ रुपए निवेश करेंगे। वहीं जेआईएस ग्रुप में 300 करोड़ रुपए इन्वेस्ट करने का ऐलान किया। केवेंटर्स एग्रो के एमडी और चेयरमैन मयंक जलान ने कहा कि एक इन्वेस्टर को दो चीज चाहिए। एक निवेश की सुरक्षा व दूसरा निवेश के ग्रोथ की संभावना। बिहार में आज के समय में दोनों चीज उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने भविष्य को देखते हुए नई औद्योगिक नीति बनाई है।
केवेंटर्स एग्रो ने कहा है कि बिहार में तकरीबन 600 करोड़ रुपए लॉजिस्टिक सेक्टर में निवेश करेंगे। जेआईएस ग्रुप के मैनेजिंग निदेशक रंजीत सिंह ने बताया कि बिहार में लॉजिस्टिक्स सेक्टर में कंपनी 300 करोड़ रूपए निवेश करने जा रही है। संजय कुमार जैन (एमडी, टीटी कंपनी) ने कहा कि बिहार में निवेश करेंगे और यहां से एक साल के अंदर उत्पादन भी शुरू कर देंगे।
उद्योगपतियों को शाहनवाज हुसैन ने दिल छू लेने वाली बातें कहीं। उद्योग मंत्री ने उद्योगपतियों और कंपनी के प्रतिनिधियों से कहा कि बिहार और बंगाल का संबंध काफी पुराना रहा है। जैसे बिहार के लोग अपना दूसरा घर बंगाल को समझते हैं, ठीक उसी तरह बंगाल के उद्यमी भी बिहार को अपना दूसरा घर समझें। मंत्री ने आगरा किया कि औद्योगिक इकाई लगाना हो या मौजूदा में चल रहे उद्योग में विस्तार करना, दोनों बिहार में ही करें।
उद्योग मंत्री ने विश्वास दिलाया कि उद्योगपतियों के दरवाजे पर हम खुद पहुंच रहे हैं और हम जो कहते हैं, वह कर के दिखाते भी हैं। किसी भी सूरत में बिहार में इन्वेस्ट करने से उन्हें घाटा नहीं होगा। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में उद्योग धंधों स्थापित करने के लिए टोटल 2900 एकड़ जमीन का लैंड बैंक है। सभी सुविधाओं के साथ 73 औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं।